अमरावती समेत राज्य की जेलों में बंद है क्षमता से डेढ गुना अधिक कैदी
मुंबई, ठाणे और पुणे की जेलों में सबसे ज्यादा भिड
अमरावती/दि.28 – तमाम सरकारी दावों और कोशिशों के बावजूद राज्य की जेलों की हालात में सुधार नहीं हो पा रहा है. आंकडों के मुताबिक वर्तमान में राज्य की जेलों में क्षमता से डेढ गुना ज्यादा कैदी है. गैर सरकारी संगठन समर्थन व्दारा जारी आंकडों की माने तो राज्य में मौजूद सभी जेलों की संख्या 23 हजार 942 कैदियों को रखने की हैं और वर्तमान में जेलों में 37 हजार 317 कैदी बंद हैं.
इस साल 22 फरवरी तक प्राप्त्ा आंकडों की माने तो राज्य की जेलों में क्षमता से 12 हजार 595 ज्यादा कैदियों को रखा गया है. सबसे ज्यादा भिड मध्यवर्ती कारागृह में है. जहां की क्षमता 15 हजार 500 कैदियों की है, लेकिन इनमें 26 हजार 556 कैदी बंद हैं. यानि क्षमता से 11 हजार 56 अतिरिक्त कैदी इन जेलों में रखे गए हैैं. इन जेलों मेें 512 महिला कैदियों को रखने की व्यवस्था है, लेकिन वर्तमान में 605 महिला कैदियों को इन जेलों में रखा गया हैं. सबसे ज्यादा भिड मुंबई और ठाणे की जेलों में है. जहां क्षमता से 4 गुना से भी अधिक कैदी है. मुंबई के जेल की क्षमता 804 कैदियों की हैं, लेकिन यहां 3 हजार 504 कैदी बंद हैं. यानि क्षमता से 434 फीसदी ज्यादा कैदी इस जेल में बंद हैं. उसी तरह ठाणे की जेल में 1 हजार 80 कैदियों को रखने की जगह हैं, लेकिन यहां भी 4 हजार 538 कैदी रखे गए हैं, जो क्षमता से 411 फीसदी ज्यादा हैं. जिला जेलों और दूसरे कारागृहों की क्षमता भी 9 हजार 222 कैदियों को रखने की हैं, लेकिन यहां भी 1 हजार 539 अतिरिक्त यानि 10 हजार 761 कैदी बंद हैं. बॉम्बे हाईकोर्ट ने राज्य सरकार को जेलों में की भिड को कम करने के लिए मुंबई और पुणे में अतिरिक्त जेल बनाने के लिए कहा है. तीन महिने में इसे लेकर कदम उठाने के निर्देश दिये गए है.
जेलों में क्षमता से अधिक कैदी बंद रहने का ब्यौरा
सेंट्रल जेल क्षमता मौजूद कैदी कितने प्रतिशत ज्यादा
अमरावती 939 1206 124
मुंबई 804 3504 436
ठाणे 1080 4538 411
येरवाडा 2323 6051 247
नागपुर 1698 2486 135