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पशु पालक व किसानों में दहशत, यातायात प्रभावित
धारणी/दि.25 – अमरावती प्रादेशिक वन विभाग के धारणी व सुसर्दारेंज के जंगल में एक बाघ का मुक्त संचार होने से परिसर में भय का वातावरण फैल गया है. जिसमें एक भैंस का शिकार होने से कवडा झिरी, कासमार, खिडकी गांव परिसर में खतरे की संभावना है. एक बगार लापता है. अन्य दो जानवरों को भी बाघ ने घायल करने की जानकारी है.
प्रादेशिक वन विभाग के सुसर्दा रेंज में धारणी के पास के कवडा झिरी गांव के गणपत काले नाम के पशुपालको की एक भैंस तीन दिन पहले बाघ का शिकार हुई. इसके अलावा दो भैंसों को बाघ ने घायल किया. जिसमें एक बगार लापता होने से पशुपालक तथा किसानों में दहशत फैल गई हैे.
आर.एफ ओ. राजेश महल्ले को जानकारी मिलते ही 24 दिसंबर शुक्रवार को वनविभाग के कर्मचारियों ने मोके पर भेट दी. वनपाल कुकर्डे मैडम ने पंचनामा किया. कवडा झिरी तथा पास के खेत व जंगल में बाघ के पैर भी दिखने की जानकारी है. चार साल पूर्व रबांग धोदरा-कासमार इस क्षेत्र में एक बाघिन ने आतंक मचाया था. उसने अनेक जानवरों का शिकार किया था. उस बाघिन ने एक नागरिक का भी शिकार किया था. आखिर उस बाघिन की गोली मारकर हत्या की गई थी. कवडा झिरी यह गांव ध्ाुलघाटरेंज (अकोट वन्यविभाग) की सीमा पर होने से शिकार कर बाघ यह अपने नैसर्गिक अधिवास पर निकल जाने की जानकारी ग्रामवासियों ने दी. धारणी के पास लांडगा व कोल्हा ही दहशत होने पर 15 किमी दूरी पर कवडा झिरी जंगल मेंं बाघ के संचार के कारण रात का यातायात प्रभावित है. जिससे आदिवासी व पशु पालको में भय का वातावरण फैल गया है.