शिक्षकेत्तर कर्मचारियों के विकास के लिए एक दिवसीय कार्यशाला
श्रीमती केशरबाई लाहोटी महाविद्यालय का आयोजन
अमरावती/प्रतिनिधि दि.१८ – स्थानीय श्रीमती केशरबाई लाहोटी कॉलेज में शिक्षक और शिक्षकेतर कर्मचारी विकास कार्यक्रम आयोजन किया गया. सेवाकालीन प्रशिक्षण शिक्षक और शिक्षकेतर कर्मचारीयों के ज्ञान को बढ़ाता है और उनके शिक्षण या प्रशासनिक कौशल को भी पुनरुज्जीवन देता है. उन्हें नई तकनीकों से परिचित कराता है और शिक्षण को अधिक प्रभावी बनाता है. इससे छात्रों को फायदा होता है. इसके अलावा, सेवा करते समय, कई प्रशासनिक मामले इस कर्तव्य का हिस्सा होते हैं जिन्हें प्रत्येक कर्मचारी को अपने अधिकारों और कर्तव्यों का निर्वहन करते समय ध्यान में रखना होता है. इस शनिवार, 11 सितंबर, 2021 को मंडल आयुक्तालय में कार्यरत श्री रवींद्र जोगी को सेवा पुस्तकों में पंजीकरण और कार्यालयीन पत्राचार पर एक दिवसीय कार्यशाला आयोजित करने के लिए आमंत्रित किया गया था.
इस मौके पर जोगी ने कहा कि जिस तरह हम आईने में अपना प्रतिबिंब देखते हैं, उसी तरह हम अपनी सेवा पुस्तिका में भी अपनी सेवा का प्रतिबिंब देख सकते हैं. और इसलिए प्रत्येक कर्मचारी को सर्विस बुक में प्रविष्टियों को जानना आवश्यक है. उन्होंने यह दिखाने के लिए कई उदाहरणों का हवाला दिया कि परिवार को सेवानिवृत्ति के बाद या मृत्युपरांत के लाभों को ठीक से समझने की जरूरत है और रिकॉर्ड में त्रुटियों को ठीक करने की आवश्यकता है.
कार्यशाला की अध्यक्षता कॉलेज के प्राचार्य डॉ. विजयकुमार भांगड़िया ने की। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि सेवा पुस्तिका सेवा कार्यकाल का एक महत्वपूर्ण दस्तावेज है. यदि सेवा प्रदान करते समय रिकॉर्ड गलत हैं, तो न केवल कर्मचारी बल्कि प्रशासन के लिए भी परेशानी का सबब हो जाता है. इसलिए जोगी द्वारा दी गई जानकारी पर गौर करना जरूरी है. उन्होंने उपस्थित सभी कर्मचारियों को बधाई दी. इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का लाभ सभी प्राध्यापक और शिक्षकेतर कर्मचारियों ने लिया और इस प्रशिक्षण को बेहद जरूरी करार दिया.
कार्यक्रम की भूमिका डॉ. जमील, सह समन्वयक, आईक्यूएसी द्वारा, परिचयात्मक टिप्पणी कॉलेज रजिस्ट्रार श्री मनमोहन जाजू, डॉ. गायत्री तिवारी ने कार्यक्रम का संचालन, गजानन बुरघाटे, क्लर्क द्वारा धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया. सोसाइटी के अध्यक्ष वसंतकुमार मालपानी और सोसायटी के सचिव डॉ गोविंद लाहोटी ने कार्यशाला में अपनी शुभकामनाएं भेजीं. नेतृत्व और प्रशासन इस छठे मानदंड की समन्वयक डॉ. सौ. सोनल चांडक, फैकल्टी तथा प्रशासनिक कर्मचारी प्रशिक्षण कार्यक्रम के समन्वयक नंदकिशोर ढवले, सदस्य डॉ. ज्योति मंत्री, डॉ. तीर्थराज राय, डॉ. संजय रेड्डी, डॉ. जागृति व्यास, श्री नीलेश घुडे ने इस कार्यशाला की सफलता के लिए अथक प्रयास किया.