अमरावतीमहाराष्ट्र

एक शाम प्रभु के नाम ने जैन बंधुओें को एक धागे में पिरोया

ओसवाल बहू संघ का आयोजन

अमरावती/दि.25– चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि को जैन धर्म के चौबीसवें तीर्थकर भगवान महावीर का जन्म उत्सव जैन अनुयायी बडी धूमधाम से मनाते है. इस बार शासन प्रभावी श्री महावीर स्वामी भगवान का जन्मोत्सव रविवार, 21 अप्रैल को मनाया गया. इस दिन अनुयायी जैन मंदिरों में जाकर पूजा-पाठ करते हैं. वहीं इस दिन भव्य दिव्य जुलूस भी निकाला जाता है और धार्मिक गीत भी गाए जाते हैं. इसी कडी में स्थानीय ओसवाल बहू संघ की ओर से इस दिन भक्ति संध्या का आयोजन किया गया था. एक शाम प्रभु के नाम नामक इस आयोजन ने सकल जैन समाज को एक धागे में पिरो दिया था.

रविवार की शाम 7 बजे बडनेरा मार्ग स्थित सिध्दार्थ मंगलम में ओसवाल बहुसंघ के पूरे परिवार की ओर से आयोजित इस मंगलमय महोत्सव की अध्यक्षता डॉ. मीनल महिपाल भंसाली ने की. ओसवाल संघ की ओर से आयोजित इस भजन संध्या में समाज के जाने-माने- गायक कलाकारों ने भक्तीगीत प्रस्तुत किए.

धरती अंबर करे पुकार, महावीर स्वामी की जय- जयकारइस अवसर पर समाज की बेटियों ने नवकार मंत्र की मनमोहन प्रस्तुति की. जिस तरह हम अपने बच्चों का जन्मदिन पूरा दिन मनाते हैं, इसी तरह देवाधिदेव परमात्मा का जन्मोत्सव मनाने का मौका इस दिन मिला, जिसे जैन समाज ने अपने ही बच्चों का जन्मदिन हो इस तरह उल्हास के साथ रूपरेखा तय कर मनाया. इस अवसर पर भगवान महावीर स्वामी के जन्म महोत्सव से लेकर उन्होंने जो उपसर्ग सहे और उनके संदेशों का उनके आदर्शो को ध्यान में रखते हुए साधु साध्वी जो अनुकरण कर रहे हैं यह सब झांकियों के माध्यम से प्रदर्शित करने की कोशिश की गई. इसी के साथ भगवान महावीर स्वामी के जन्मोत्सव निमित्त अमरावतीवासियों को प्रभु के जन्मोत्सव को बधाई स्वरूप मिश्री के पैकेट वितरित किए गये. बच्चों के जन्मदिवस पर फैशन के अनुसार चॉकलेट बटते हैं. इसी तरह प्रभु के लिए मिश्री का महत्व बहुत होता है. इसी कडी में और एक कडी जोडते हुए भगवान के पांचों कल्याणक बनाने के लिए पूरे जैन समाज के श्वेतांबर दिगंबर स्थानकवासी तेरापंथ पूरे जैन समाज के श्वेतांबर दिगंबर स्थानकवासी तेरापंथ पूरे जैन समाज को एक ही मंच पर लाकर एक भक्ति संध्या का आयोजन किया.

महिपाल भंसाली, मुकेशभाई शाह, कल्पेशभाई शाह, आशीष लोढा, सुदर्शन भंसाली, भव्य भंडारी, रेखा सामरा, विभा सावला, प्रणिता ओसवाल, कामना सावला, तनिषा आंचलिया, निकिता धुवाविया यह सभी भक्तों ने भक्ति का ऐसा रंग जमाया कि मानो अंबानगरी कौंडण्यपुर लगने लगी थी. कार्यक्रम की सूत्रधार ममता मेहता थी. इस कार्यक्रम के दौरान अर्चना सिंघवी, अर्चना सामरा, ऋतुजा कुचेरिया, शीतल जांगडा, अर्निका भंसाली, सविता बोरा, राजश्री सावला, विनिता भंडारी, हर्षा कटारिया ने अपनी प्रस्तुति से महफिल में चार चांद लगा दिए. इस समारोह में नई पीढी की बेटियां सिध्दि सिघंवी, गुंजन मुनोत, नेतल जांगडा, खुशी कुचेरिया एव दिव्या भंसाली ने भी नवकार की प्रस्तुति से इस कार्यक्रम का शुभारंभ किया. शीतल बरडिया, सुदर्शना मुनोत, खुशबू भंसाली, अर्निका भंसाली, शीतल जांगडा एवं अर्चना सामरा ने प्रकल्प प्रमुख की भूमिका निभाई. इस कार्यक्रम में प्रमख अतिथि के रूप में जैन समाज के वरिष्ठ नागरिक भारत प्रकाश खंजाची, श्रीमती लाडबाई सामरा बहुसंघ के पूर्व अध्यक्ष रानी गांधी एवं पूनम सिंगवी भी प्रमुखता से उपस्थित थे.

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