हर 30 घंटे मेें एक किसान आत्महत्या
राज्य में 10 माह दौरान सर्वाधिक 268 आत्महत्याएं अमरावती में
अमरावती /दि.15– राज्य में विगत 10 माह के दौरान सर्वाधिक 268 किसान आत्महत्याएं अमरावती जिले में हुई है. विशेष उल्लेखनीय है कि, अमरावती जिले में वर्ष 2001 से लेकर अब तक करीब 5 हजार 210 किसानों ने अपने ही हाथों मौत को गले लगा लिया है. यानि अमरावती जिले में औसतन हर 30 घंटे के दौरान एक किसान द्वारा आत्महत्या की जा रही है. सर्वाधिक चिंताजनक बात यह है कि, केवल अमरावती जिले में ही नहीं, बल्कि संभाग के बुलढाणा व यवतमाल जिले में भी किसान आत्महत्याओं का सत्र रुका नहीं है और विगत 10 माह के दौरान अमरावती संभाग में करीब 1 हजार 927 किसानों ने आत्महत्या की है.
अमरावती जिले में विगत 10 माह के दौरान हुई किसान आत्महत्याओं के आंकडों पर नजर डालने से पता चलता है कि, जनवरी माह में 29, फरवरी माह में 14, मार्च माह में 30, अप्रैल माह में 32, मई माह में 28, जून माह में 29, जुलाई माह में 26, अगस्त माह में 26, सितंबर माह में 34 व अक्तूबर माह में 20 किसानों ने आत्महत्या की थी. उपरोक्त आंकडों को देखते हुए कहा जा सकता है कि, सरकार और प्रशासन के स्तर पर किसान आत्महत्या के मामले को गंभीरता से नहीं लिया जा रहा. साथ ही विभिन्न विभागों की योजनाएं जरुरतमंद किसानों तक नहीं पहुुंच पा रही. साथ ही चिंता व निराशा का शिकार रहने वाले किसानों का योग्य समूपदेशन नहीं हो पा रहा है. इसके अलावा जिला पालकमंत्री व जिलाधीश द्वारा भी इस विषय पर अपनी संवेदनशीलता नहीं दिखाई जा रही. जिसके चलते जिले में किसान आत्महत्या के आंकडे लगातार बढते जा रहे है.
* सन 2000 से अब तक 5210 किसान आत्महत्याएं
किसान आत्महत्याओं को लेकर सन 2001 से स्वतंत्र तौर पर जानकारी दर्ज करनी शुरु की गई है और अब तक 5 हजार 120 किसानों ने फसलों की बर्बादी व सिर पर चढते कर्ज के बोझ से परेशान होकर आत्महत्या की है. इसमें से केवल 2 हजार 661 मामलों में ही सरकारी मदद दी गई है और 2 हजार 491 मामलों को सरकारी सहायता हेतु अपात्र घोषित किया गया है. वहीं 58 मामले अब भी जांच हेतु प्रलंबित रखे गए है.
* जारी वर्ष की स्थिति (अक्तू. तक)
किसान आत्महत्या 268
सहायता हेतु पात्र 155
अपात्र घोषित 55
जांच हेतु प्रलंबित 58
सहायता प्रदान 155