अमरावतीमहाराष्ट्र

10 में से एक व्यक्ति होता है किडनी स्टोन से पीडित

समय रहते किडनियों के स्वास्थ्य की ओर ध्यान देना जरुरी

* कल विश्व किडनी दिवस
अमरावती/दि.13– प्रतिवर्ष 14 मार्च को विश्व किडनी दिवस के तौर पर मनाया जाता है. जिसके चलते स्थानीय यूरॉलॉजिस्ट यानि मूत्ररोगतज्ञ डॉ. विशाल बाहेकर ने किडनी संबंधित बीमारी को लेकर बडे पैमाने पर जनजागृति होने को बेहद आवश्यक बताया है. साथ ही यह भी कहा कि, इन दिनों प्रत्येक व्यक्तियों में से किसी एक व्यक्ति को किडनी स्टोन की बीमारी होने का प्रमाण व अनुपात चल रहा है. अपने यहां लगातार बढते तापमान, अतिश्रम का काम करने और पानी कम पीने की आदत के चलते किडनी स्टोन की बीमारी का प्रमाण बढ रहा है.

इस संदर्भ में जानकारी देते हुए डॉ. विशाल बाहेकर ने बताया कि, पेशाब के जरिए शरीर के विषेले तत्व बाहर निकल जाते है. किसी भी व्यक्ति के मूत्र में पानी, यूरिक एसिड व यूरिया सहित कई विषैले घटक होते है. ऐेस में मूत्र विसर्जन को नैसर्गिक क्रिया माना जाता है. साथ ही यह भी कहा जाता है कि, पेशाब आने पर उसे ज्यादा देर तक नहीं रोकना चाहिए. परंतु बार-बार मूत्र विसर्जन का ऐहसास होना और पेशाब आना यह बीमारी का भी लक्षण हो सकता है. जिसके तहत मूत्रपिंड, मूत्राशय का संसर्ग, मधुमेह, यूटीआई व प्रोटेस्टग्रंथी से संबंधित बीमारियां हो सकती है. ऐसे में यदि बार-बार पेशाब आती है, तो किसी विशेषज्ञ डॉक्टर की सलाह लेकर इलाज करवाना जरुरी है.

* बार-बार पेशाब आने पर जांच करवाए
यदि बार-बार पेशाब लग रही है और हो भी रही है, तो इसे मूत्राशय के संक्रमण अथवा डायबिटीज का लक्षण माना जा सकता है. ऐसे में इसकी समय रहते जांच करवानी चाहिए और जरुरी इलाज भी करवाना चाहिए.

* पेशाब के रंग से बीमारी का निदान
गहरे पीले रंग की पेशाब होने पर चिंतावाली बात हो सकती है. क्योंकि अगर लीवर में किसी तरह की कोई समस्या रहती है, तो इसकी वजह से गहरे पीले रंग वाली पेशाब होने की संभावना बढ जाती है.

* किडनी स्टोन के लिए करनी पडती है शल्यक्रिया
यदि पेटदर्द की समस्या बढ गई है और पेशाब की जगह पर बडे पैमाने पर तकलीफ हो रही है. साथ ही यदि पेशाब आना ही बंद हो जाए, तो इसे किडनी स्टोन का लक्षण माना जाता है. ऐसे समय किडनी स्टोन को निकालने हेतु शल्यक्रिया करना बेहद जरुरी होता है.

बार-बार पेशाब आना यह किडनी स्टोन के साथ ही अन्य बीमारियों की भी वजह रह सकता है. इसके तहत पेशाब वाली जगह पर रहने वाले इन्फेक्शन, शुगर की तकलीफ, किडनी की समस्या, प्रोस्टेट ग्रंथी का बढना व मूत्र नलिका का बढ जाना जैसे वजहें हो सकती है. जिसके चलते ऐसी कोई भी तकलीफ होने पर विशेषज्ञ डॉक्टरों की सलाह के अनुसार योग्य इलाज करवाना बेहद जरुरी होता है.
डॉ. विशाल बाहेकर,
मूत्रशल्यचिकित्सक, अमरावती.

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