
अमरावती/दि.25– राज्य में गेहूं का उत्पादन घटने से निर्माण हुई किल्लत का असर राशन के लाभार्थियों को होने वाला है. लाभार्थियों को वितरीत किये जाने वाले गेहूं की मर्यादा में कटौती की गई है. अब एक ही किलो प्रति लाभार्थी गेहूं और 4 किलो चावल मिलने वाले है. 1 अप्रैल से 31 दिसंबर 2025 की कालावधि में प्राधान्य गट के कार्ड धारकों को इस तरह से वितरण किया जाएगा, ऐसी जानकारी जिला आपूर्ति अधिकारी निनाद लांडे ने दी.
जिले में अंत्योदय गट के 1 लाख 28 हजार 207 कार्डधारक और 4 लाख 73 हजार 548 लाभार्थी है तथा प्राधान्य गट के 3 लाख 74 हजार 335 कार्ड है. 15 लाख 12 हजार 130 लाभार्थी है. इन सभी को शासकीय अनाज दुकान से कम भाव में अनाज उपलब्ध कर दिया जाता है. इसमें अंत्योदय धारकों को 20 किलो चावल और 15 किलो गेहूं ऐसे 35 किलो अनाज दिया जाता है. जबकि प्राधान्य गट को फरवरी तक 2 किलो गेहूं और 3 किलो चावल ऐसे 5 किलो अनाज दिया जाता है. लेकिन मार्च माह से प्राधान्य गट के लिए गहूं में कटौती की गई है. राज्य में गेहूं की उपलब्धता न रहने से यह निर्णय शासन ने लिया है, ऐसा जिला आपूर्ति अधिकारी निनाद लांडे ने कहा. पिछले दो माह से प्राधान्य गट के 3 लाख 74 हजार 335 कार्डधारकों को प्रति व्यक्ति एक किलो गेहूं और चार किलो चावल का वितरण किया जा रहा है. इस वर्ष दिसंबर माह तक इसी तरह का वितरण प्राधान्य गट के कार्डधारकों को होने वाला है. लेकिन चावल की बजाय गेहूं की आपूर्ति में बढोत्तरी करने की मांग राशन कार्ड धारकों की तरफ से हो रही है.
* चावल का कोटा बढाया है
प्राधान्य गट के लाभार्थियों को गेहूं और चावल मिलाकर 5 किलो अनाज वितरीत किया जाता है. इसमें 2 किलो गेहूं और 3 किलो चावल दिया जाता है. इस बार आपूर्ति विभाग को गेहूं की आपूर्ति कम होने से कोटा कम किया गया. प्रति लाभार्थी एक किलो गेहूं का कोटा कम किया गया है. चावल का कोटा एक किलो से बढाया गया है. लाभार्थियों को अब तीन की बजाय चार किलो चावल दिये जाने वाले है.