अमरावतीमहाराष्ट्र

कल ‘वन नेशन वन इलेक्शन’ परिचर्चा सत्र

अमरावती सिटीजन फोरम का आयोजन

* प्रीति तट्टे – राउत ने दी प्रेसवार्ता में जानकारी
अमरावती/ दि. 30– देश के विविध क्षेत्रों में सालभर चुनाव होते रहने की वजह से आचार संहिता लागू होने पर विकास कार्य प्रभावित होने लगे हैं. परिणामस्वरूप देश का बडा आर्थिक नुकसान हो रहा है. इस बात को ध्यान में रखते हुए केन्द्र सरकार ने ‘वन नेशन वन इलेक्शन’ के माध्यम से चुनाव के कारण होनेवाले नुकसान से बचने के लिए एक बेहतरीन मार्ग बताया है. इसके साथ ही विश्वस्तरीय आतंकवाद तथा देश के सामने दस्तक दे रही चुनौतियां इस विषय पर विचार मंथन के लिए शुक्रवार 2 मई को शाम 5 बजे अमरावती सिटीजन फोरम द्बारा परिसंवाद एवं परिचर्चा सत्र का आयोजन संत ज्ञानेश्वर सांस्कृतिक भवन में किया गया है. ऐसी जानकारी अमरावती सिटीजन फोरम की प्रमुख प्रीति तट्टे – राउत ने दी.
स्थानीय श्रमिक पत्रकार भवन में मंगलवार को आयोजित प्रेसवार्ता में जानकारी देते हुए प्रीति तट्टे – राउत ने बताया कि विश्वस्तरीय आतंकवाद तथा देश के सामने दस्तक दे रही चुनौतियां इस विषय पर वरिष्ठ सनदी अधिकारी तथा चाणक्य मंडल परिवार के संस्थापक अध्यक्ष अविनाश धर्माधिकारी, सीए राजेश चांडक, डॉ. किशोर फूले मार्गदर्शन करेंगे. इस अवसर जिले के सांसद, विधायक, जन प्रतिनिधि, विविध संगठनाओं के प्रमुख पदाधिकारी, स्पर्धा परीक्षा की शिक्षा ग्रहण करनेवाले छात्र, सामाजिक , राजनीतिक, शैक्षणिक, आर्थिक, आर्म फोर्स विषय के विशेषज्ञ प्रमुख रूप से उपस्थित रहेंगे.
कश्मीर से लेकर कन्या कुमारी तक विस्तारित भारत देश में हर पांच साल में लोकसभा, विधानसभा, स्थानीय निकाय संस्था के चुनाव होते हैं. जिसके कारण केन्द्रीय चुनाव आयोग या संस्था तथा प्रशासकीय यंत्रणा चुनावी कार्यक्रम पर अमल करने का कार्य करते हैं. इस बीच चुनावी आदर्श आचार संहिता लागू होते ही नियमित सरकारी कामकाज भी प्रभावित होते हैं. कई महत्वपूर्ण नीतिगत फैसले समय पर पूरे न होने से देश के विकास में बाधा निर्माण होती है. सत्तांतरण के बाद कई चुनौतियों का भी सामना करना पडता है. इन सभी बातों को ध्यान में रखते हुए पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की अध्यक्षता में वन नेशन वन इलेक्शन के प्रस्ताव को पेश करने समिति गठित की गई थी.
इस समिति ने अपनी रिेपोर्ट राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू को हाल ही में सौंपी है. इन सभी बातों को ध्यान में रखते हुए समाज में जनजागृति हेतु वन नेशन वन इलेक्शन विषय पर मंथन किया जायेगा. देश हित व राष्ट्रहित को ध्यान में रखते हुए यह कार्यक्रम लिया जा रहा है. कार्यक्रम में ज्यादा से ज्यादा संख्या मेें नागरिक सहभाग लें. ऐसा आवाहन आयोजकों द्बारा किया गया है. इसमें विशेष यह है कि विगत 10 सालों से देश में प्रशासकीय क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के चलते अविनाश धर्माधिकारी का सर्वोच्च स्थान है. ऐसे में उनका इस विषय पर अध्ययन तथा विशाल शैली छात्रों को प्रभावित करनेवाली है. उनके विचारों का छात्रों को लाभ मिले और उन्हें स्पर्धा परीक्षा में इसका फायदा हो. इस उद्देश्य से छात्रों को कार्यक्रम में शामिल किया जा रहा है.

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