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540 यात्रियों ने किया सफर
अमरावती/दि.29 – रापनि कर्मियों का सरकार ने विलिनीकरण करने की मांग को लेकर हडताल अभी जारी है. जहां कर्मचारी हडताल से हटने को तैयार नजर नहीं आ रहे है. वहीं दूसरी ओर कुछ कर्मचारी निलंबन की कार्रवाई से बचने के लिए फिर से सेवा में शामिल हुए है. जिसके चलते अमरावती रापनि विभाग की ओर से गत रोज चार बस फेरियां सडकों पर चलाई गई. वरुड के लिए दो और दर्यापुर-मोर्शी के लिए एक-एक फेरी चलाई गई. जिसे यात्रियों का भी बेहतर प्रतिसाद मिला. रविवार को चारों फेरियों से 540 यात्रियों ने सफर किया है.
यहां बता दें कि सरकार व्दारा एसटी कर्मियों के वेतन बढोतरी करने तथा काम पर लौटने का आह्वान करने के बावजूद भी राज्य में एसटी महामंडल की हडताल बदस्तूर जारी है. विलीनीकरण की मांग पर अडिग एसटी कर्मियों ने एल्गार कर दिया है कि जब तक विलिनीकरण की मांग पूर्ण नहीं होती हडताल पर डटे रहेंगे, किसी भी परिस्थिति में पीछे नहीं हटेंगे. एसटी कर्मियों की हडताल के कारण यात्रियों को बडी असुविधाओं का सामना करना पड रहा है. बल्कि सेवानिवृत्ति कगार पर खडे एसटी चालकों के माध्यम से लगातार दूसरे दिन रविवार को भी मोर्शी, वरुड व दर्यापुर के लिए चार बसें छोडी गई. परंतु आंदोलनकारियों का दावा है कि लालपरी को छिपते छिपाते एसटी डिपो से बाहर निकाला जा रहा है. जितने यात्री मिल रहे हैं, उतने में एसटी के डीजल का खर्चा भी नहीं निकल पा रहा है.
इसमें वरुड बस की दो फेरी में 351, दर्यापुर की 1 फेरी में 19 व मोर्शी की एक फेरी में 170 ऐसे कुल 540 यात्रियों ने कल रविवार को एसटी की सुविधा का लाभ लिया, ऐसी जानकारी राज्य परिवहन निगम के विभागीय नियंत्रक श्रीकांत गभने ने दी.
250 कर्मी लौटे काम पर
रापनि के 4 चालक व वाहक सहित 246 प्रशासकीय कर्मचारी ऐसे कुल 250 कर्मचारी काम पर लौट आये है. मगर इनमें चालक व वाहकों की संख्या कम होने के कारण रापनि की कुछ फेरियां ही रवाना करने का नियोजन होने की जानकारी यातायात नियंत्रक गभने ने दी.
भंगार निजी बसें सडकों पर
रापनि की हडताल से निजी बसों काफी कमाई हो रही है. इतना ही नहीं तो वाहक व चालक भी खुब कमा रहे है. कई भंगार बसें व एक्सपायर्ड गाडियां भी इन दिनों बेखोंफ सडकों पर यात्रियों के आवागमन में लगी है. इन भंगार वाहनों से यात्रा करना खतरे से खाली नहीं है, मगर आरटीओ व यातायात पुलिस का इस ओर ध्यान ही नहीं है.
विदर्भ में रापनि के दो डिपो ही शुरु
रापनि की कर्मचारियों की हडताल का सबसे ज्यादा असर विदर्भ में देखने को मिल रहा है. रविवार को 57 डिपो बंद रखे गए थे. लेकिन दो डिपों से 6 बसें चलाई गई, यह दावा रापनि ने किया है. भंडारा विभाग से साकोली और वर्धा विभाग के आर्वी डिपो से बस रविवार को छोडी गई. साकोली डिपो से रविवार की शाम 6 बजे तक केवल एक और आर्वी डिपो से पांच साधारण बसेस चलाई गई. नागपुर विभाग के आठ डिपों से एक भी बस नहीं छोडी गई.
वर्धा में फोडी गई बस
रविवार को आष्टी से आर्वी के लिए निकली आर्वी डिपो की बस क्रमांक एमएच 40/8830 शाम 6 बजे के करीब तलेगांव मार्ग के नांदापुर बस स्टॉप पर पहुंची. इस समय दुपहिया पर सवार दो अज्ञात व्यक्तियों ने पत्थराव कर बस के सामने का काच फोड दिया. घटना के समय बस में 12 यात्री सवार थे. चालक, कंडक्टर अथवा कोई भी यात्री घायल नहीं हुआ है. अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ रापनि प्रशासन ने आष्टी पुलिस थाने में अपराध दर्ज किया है.