मध्य रेलवे के 79 रेलवे स्टेशनों पर ‘एक स्टेशन, एक उत्पादन’
अमरावती/दि.27– ‘वोकल फॉर लोकल’ विजन को प्रोत्साहन और स्थानीय, स्वदेशी उत्पादनों को बाजारपेठ उपलब्ध कर देने के लिए 79 रेलवे स्टेशनों पर 61 तरह की लोकप्रिय वस्तु, साहित्य विक्री पंजीकृत ओएसओपी केंद्र पर हो रही है. इससे लाभार्थियों ने अब तक 2.46 करोड की आय प्राप्त की है.
केंद्र सरकार के ‘वोकल फॉर लोकल’ विजन को प्रोत्साहन और स्थानीय, स्वदेशी उत्पादनों को बाजारपेठ उपलब्ध कर देने के लिए और आय का अतिरिक्त अवसर निर्माण करने के मकसद से रेलवे स्टेशनों पर ‘वन स्टेशन वन प्रोडक्ट’ योजना शुरु की थी. योजना की शुरुआत 25 मार्च 2022 को हुई. 21 नवंबर 2023 तक संपूर्ण राज्य में 74 रेलवे स्टेशनों पर 79 ओएसओपी आउटलेट्स केंद्र हुए है.यह ओएसओपी स्टॉल नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ डिजाइन अहमदाबाद ने संपूर्ण रेलवे में एक जैसे डिजाइन किए है.
* स्थानीय वस्तु-साहित्य बिक्री
वन स्टेशन वन प्रोडक्ट यह इसकी विशेषता है. स्थानीय लोगों व्दारा बनाई गई कलाकृति, बुनकरों का साहित्य, विश्वविख्यात लकडा नक्शीकाम, झारी-जरदोजी हस्तकला, कपडे पर किया काम अथवा चाय-कॉफी तथा अन्य प्रक्रिया किए मसालों का समावेश है.
* अमरावती की सांभारवडी और शेगांव की मोमबत्ती की बिक्री
बिक्री उत्पादनों में अहमदनगर के केले, अंगूर, पापड, अचार, अमरावती की सांभरवडी, सीएसटी मुंबई में चमडे के उत्पाद, चिंचवड में घरेलू अगरबत्ती, धूप, साबुन, फिनाइल, चर्च गेट में चमडे के उत्पादन, गोरेगांव मेंखादी के उत्पादन, इगतरपुरी में फल और पपीई, अंगुर, सेब, अचार, पापड समेत हात से बनाइ गई कोल्हापुरी चप्पल, कणवकली व कुडाल में लकडे की खेल सामग्री, लोनावला में चिक्की, नाशिक रोड पर पैठनी साडी, पंढरपुर में विट्ठल मूर्ति, कुमकुम, अगरबत्ती, नागपुर में बांबू का सहित्य, परलमें टैक्सटाइल औ हाथमाग, पिंपरी में हैंडमेड पर्सबेग, सातारा में कंदी पेढा, शेगांव के पापड, सोलापुर की चादर, बेडशीट और टॉवेल, वापी और बोरीवली में वारली कला, व अस्तकला, वसई रोड और नालासोपारा में सॉफ्ट टॉईज आदि वस्तु का समावेश है.