* अभी भी 1500 करोड की लेनदारी
अमरावती/दि.6- 500 रुपए का शुल्क भरने के बाद अधिकृत लाइसेंस आसानी से मिलने के बावजूद प्रदेश में साहूकारों की अधिकृत संख्या कम हो रही है. 1 वर्ष में 1 हजार लाइसेंस कम हो जाने की जानकारी देते हुए अधिकृत सूत्रों ने बताया कि हाल फिलहाल 11618 लोगों के पास साहूकारी लाइसेंस है. 7 लाख 14 हजार से अधिक लोगों को इन साहूकारों ने 1520 करोड रुपए से अधिक कर्ज बांट रखा है.
सात-आठ वर्ष पूर्व प्रदेश में साहूकारी का धंधा तेजी में था. खेती बाडी और अन्य कामों के लिए बैंक, संस्थाओं के साथ-साथ परवानाधारक साहूकार को व्यक्तिगत ऋण देने की अनुमति सरकार ने दी थी. गांव देहात में बैंकों की भरपूर संख्या के बावजूद निजी साहूकारी भी बढ रही थी. सहकारिता विभाग इसके लिए लाइसेंस जारी करता है. बैंकों में धक्के खाने की बजाए कई लोग साहूकार की पायरी चढना पसंद करते थे.
साहूकारी के बारे में शिकायतें मिलने पर कुछ प्रकरणों में कार्रवाई की गई. उसी प्रकार लाइसेंस के नियम व शर्तो को कडा किया गया. अनेक ने अधिकृत साहूकारी से हाथ जोड लिए. लाइसेंस का नवीनीकरण नहीं करवाया जिससे नियमानुसार परवाना रद्द हो जाता है. उसी प्रकार हिसाब पेश न करने पर भी लाइसेंस निरस्त हो जाने की जानकारी सूत्रों ने दी.