अमरावती/दि.7- जिले में ग्रीष्मकालीन प्याज के दाम बाजार में बड़े पैमाने पर कम होने से प्याज उत्पादक किसानों की चिंता बढ़ी है. प्याज को दर्जे के अनुसार प्रति किलो एक रुपये से सात रुपए दाम मिलने लगा है. इस मौसम में प्याज के दाम कर रहते हैं फिर भी वह एक रुपए तक नीचे उतरते यह पहली बार हुआ है. प्याज विक्रेताओं का कहना है कि उत्तम दर्जे का प्याज 13 से 14 रुपए प्रति किलो से बेचा गया है. मात्र इस प्याज की आवक अत्यंत कम है.
पश्चिम विदर्भ का अमरावती जिला ग्रीष्मकालीन प्याज का (गावरानी) उत्पादन लेने वाला सबसे बड़ा जिला है. अचलपुर, अंजनगांवसुर्जी, चांदूरबाजार, मोर्शी, अमरावती, नांदगांव खंडेश्वर इन तहसीलों में ग्रीष्मकालीन प्याज का उत्पादन किसान लेते हैं. अमरावती का बाजारपेठ भी इस उत्पादन के लिए बड़ा मार्केट है. इसलिए ग्रीष्मकालीन प्याजकी मई व जून महीने में काफी आवक स्थानीय बाजारपेठ में होती है. लेकिन इस बार वह प्रति वर्ष की तुलना में कम है. शनिवार को 470 तो सोमवार को 490 क्विंटल प्याज की आवक सब्जीभाजी यार्ड पर हुई. किसानों द्वारा लाये गए प्याज को नीलामी में एक रुपए से सात रुपए प्रति किलो भाव मिला.
सामान्य नागरिक ग्रीष्मकालीन प्याज टिकाऊ रहने के कारण जमा करके रखने पर जोर देते हैं. इन दिनों में घरेलु ग्राहकों से प्याज की खरीदी अच्छी होती है. इसलिए घाऊक व चिल्लर बाजार में दाम अच्छा मिलता है. लेकिन इस बार प्याज ने किसानों को काफी रुलाया है.