अमरावती

प्याज 100 रुपए प्रति किलो पहुंचने के कगार पर

आवक घटने से मूल्यवृद्धि

* एक माह तक तेजी रहने की संभावना
अमरावती/दि.30– पिछले कुछ दिनों से 30 से 40 रुपए किलो से मिलने वाले प्याज के मूल्य में अचानक तेजी आने से ग्राहकों की आंखों में पानी आ गया है. वर्तमान में लाल प्याज के भाव 60 से 70 रुपए तथा सफेद प्याज के भाव 80 से 90 रुपए तक पहुंच गए हैं. आगामी कुछ दिनों में ही प्याज 100 रुपए प्रति किलो तक पहुंचने के संकेत विक्रेताओं ने दिए हैं.

दक्षिण का प्याज अब तक आया नहीं है. गुजरात और मध्य प्रदेश का प्याज आने में एक माह का समय लगने वाला है. इस कारण आवक कम हो गई है. आवक कम होने से भाव बढने का कारण व्यापारियों की तरफ से बताया जा रहा है. अमरावती सब्जी मंडी में एक सप्ताह में प्याज के प्रति क्विंटल भाव 1 हजार रुपए से बढे है. उपज मंडी के थोक बाजार में प्याज के भाव बढने से इसका परिणाम खुदरा बाजार पर पडा है. प्याज के भाव करीबन दोगुना हो गए हैं. 2-3 दिन पूर्व खुदरा बाजार में 1 किलो प्याज 30 से 40 रुपए तक मिल रहा था. लेकिन अब 1 किलो लाल प्याज के लिए ग्राहकों को 60 से 70 रुपए तथा सफेद प्याज के लिए 80 से 90 रुपए गिनने पड रहे है.

अमरावती उपज मंडी में 21 अक्तूबर को 408 क्विंटल प्याज की आवक रिकॉर्ड हुई. उस समय औसतन 3 हजार रुपए क्विंटल भाव थे. 29 अक्तूबर को केवल 380 क्विंटल आवक हुई. औसतन 5 हजार 500 रुपए प्रति क्विंटल भाव मिले. 7 दिनों में प्याज के भाव काफी बढ गए हैं. खुदरा बाजार में प्याज के भाव दोगुने से अधिक बढे है. एक तरफ ग्रीष्मकालीन प्याज समाप्त हुए रहते लाल प्याज अब धीरे-धीरे बाजार में आने लगा है. रविवार 29 अक्तूबर को एक वाहन में लाल प्याज उपज मंडी में पहुंचा था. इस कारण प्याज में तेजी आने की संभावना दर्शायी जा रही है. ग्रीष्मकालीन प्याज आने में अभी काफी समय है. ऐसे में नाशिक परिसर से आनेवाले लाल प्याज पर ही ग्राहकों को अवंबित रहना पडेगा. केंद्र व्दारा निर्यात शुल्क में की गई बढोतरी के कारण इस इलाके के व्यापारियों ने प्याज की बिक्री कम की है. इसका परिणाम आवक घटने पर भी हुआ है. साथ ही प्याज में तेजी आई है, ऐसा स्थानीय व्यवसायियों का कहना है.

* ग्रीष्मकालीन प्याज आने लगेंगे छह माह
विदर्भ में ग्रीष्मकालीन प्याज का उत्पादन लिया जाता है और उसे आने में अभी छह माह का समय है. पिछले सत्र का प्याज अनेक किसानों के पास से समाप्त हो गया है. आंध्र और कर्नाटक में उत्पादन कम है. गुजरात और मध्य प्रदेश का प्याज आने में एक माह का समय लगेगा. आपूर्ति कम होने से और माल भी कम रहने के कारण भाव बढे है, ऐसा व्यापारी राजेंद्र खारकर ने कहा.

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