अमरावतीमहाराष्ट्र

प्याज फिर रुलाएगा, भाव 40 रुपए पार

उत्पादन क्षेत्र कम हुआ, उत्पादन में भी गिरावट

अमरावती/दि. 13– प्याज इस बार किसानों को खुश करेगा और गृहिणियों की आंखो में भी पानी लाएगा ऐसा दिखाई दे रहा है. सत्र समाप्त होते ही प्याज 40 रुपए प्रति किलो हो गया है. उत्पादन में कमी और मांग अधिक रहने से लगातार दर वृद्धि हो रही है. एक माह पूर्व 20 रुपए किलो और अब 35 से 50 रुपए किलो भाव से प्याज बिक्री हो रहा है.
एक माह में प्याज के भाव दोगुने होने से लोगों की चिंता बढनेवाली है. वर्ष 1998 में केंद्र में सत्ता परिवर्तन होने में मूल्यवृद्धि हुए प्याज का भी असर रहा था. अब लोकसभा चुनाव समाप्त होते ही एक सप्ताह में फिर से प्याज के भाव बढे है. लगातार तीन साल उत्पादको को भाव न मिलने से इस बार प्याज का उत्पादन कम हुआ है. ऐसे में बेमौसम बारिश नवंबर से मई माह तक शुरु थी. इस कारण औसतन उत्पादन में भारी मात्रा में कमी आई है. इसके अलावा भंडारन किए जाने से प्रति क्विंटल के पीछे कम से कम दो किलो खराब हुए प्याज हर सप्ताह में फेंकना ही पडता है. इस कारण प्याज में लगातार बढोतरी हो रही है. ऐसी परिस्थिति में जून माह में प्याज प्रति किलो 40 रुपए तक पहुंच गया है और जुलाई माह में 60 रुपए से अधिक होने की संभावना व्यापारी सूत्रों ने व्यक्त की है.

* प्याज मूल्यवृद्धि के प्रमुख कारण
– लगातार तीन साल से प्याज को भाव न मिलने से इस बार प्याज का उत्पादन क्षेत्र कम हुआ है. जिले में केवल 3803 हेक्टेअर क्षेत्र में प्याज का उत्पादन हुआ था.
– नवंबर माह से शुरु हुई बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि के कारण औसतन उत्पादन में कमी आई है. इसके अलावा प्याज के ढेर गिले हो जाने से आधे से अधिक प्याज फेका गया.
– प्याज यह चार माह की फसल है. किसानों द्वारा अर्ली वेरायटी बुआई किए जाने से मई माह में सत्र रहनेवाला नया प्याज इस बार फरवरी में ही आने से भंडारन कम हुआ.

* जिले में उत्पादन कम, अन्य जिलो पर दारोमदार
जिले में प्याज का उत्पादन क्षेत्र 3800 हेक्टेअर तक है. ऐसे में बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि से नुकसान हुआ. इस कारण जिले में वर्तमान स्थिति में जलगांव, सोलापुर, धुले और इंदौर से प्याज की आवक हो रही है. नाशिक के प्याज की बडे शहरो में मांग अधिक है. इस कारण जिले में नाशिक के प्याज की आवक होती न रहने की जानकारी सब्जी बाजार के अडतिया ने दी.

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