कोरोना वैक्सीन के नाम पर भी हो सकती है ऑनलाईन धोखाधडी
साईबर पुलिस ने नागरिकोें के नाम जारी किया अलर्ट
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फोन कॉल पर आधारकार्ड क्रमांक व अन्य जानकारी नहीं देने का आवाहन
अमरावती/दि.31 – विगत दस माह से पूरी दुनिया में कोरोना की संक्रामक महामारी ने हाहा:कार मचा रखा है. जिसकी वजह से आम जनजीवन बुरी तरह से अस्तव्यस्त हो गया है, और सभी लोग बडी बेसब्री के साथ इस बीमारी के खिलाफ किसी कारगर दवाई के उपलब्ध होने का इंतजार कर रहे है. वहीं दूसरी ओर पूरी दुनिया के वैज्ञानिक व संशोधक कोरोना प्रतिबंधात्मक वैक्सीन तैयार करने के लिए दिन-रात मेहनत कर रहे है. साथ ही सरकार द्वारा भी वैक्सीन उपलब्ध होने के बाद उसके वितरण व टीकाकरण के लिए आवश्यक नियोजन किया जा रहा है. इस समय यद्यपि कोविड वैक्सीन कहीं पर भी उपलब्ध नहीं है, लेकिन साईबर अपराधियों ने इस स्थिति का भी फायदा उठाने की शुरूआत कर दी है. इसके तहत साईबर अपराधियों द्वारा आम नागरिकों को फोन कॉल करते हुए कोरोना वैक्सीन प्राप्त करने हेतु अपना पंजीयन कराने और आधारकार्ड क्रमांक सहित निजी व महत्वपूर्ण जानकारी देने हेतु कहा जा रहा है.
इस बात की जानकारी मिलते ही शहर एवं ग्रामीण पुलिस शाखा की साईबर सेल में सभी नागरिकों को सजग व सतर्क करते हुए कहा है कि, ऐसे फोन कॉल्स् के जरिये उनके साथ आर्थिक ठगबाजी हो सकती है. अत: ऐसे किसी फोन कॉल्स पर अपनी किसी भी तरह की कोई जानकारी न दी जाये, क्योेंकि सरकार की ओर से ऐसे कोई फोन कॉल्स् नहीं करवाये जा रहे है और किसी से कोई जानकारी नहीं मांगी जा रही है. साईबर सेल द्वारा जारी किये गये अलर्ट में कहा गया है कि, कोविड वैक्सीन के पंजीयन हेतु आनेवाली फोन कॉल्स् में साईबर अपराधियों द्वारा लोगों से उनका आधारकार्ड क्रमांक, ई-मेल आयडी व मोबाईल पर आनेवाला ओटीपी क्रमांक पूछा जाता है. यदि ये तमाम जानकारियां दे दी जाती है तो साईबर अपराधियों द्वारा पलक-झपकते ही आधारकार्ड से लिंक रहनेवाले बैंक खातोें में जमा पूरी रकम को उडाया जा सकता है. ऐसे में नागरिकों ने ऐसी कॉल्स् पर अपनी कोई जानकारी नहीं देनी चाहिए. साथ ही यह भी ध्यान रखना चाहिए कि, सरकार द्वारा अब तक फोन कॉल्स् के जरिये पंजीयन करने और ऑनलाईन रजिस्ट्रेशन करने का कोई काम शुरू नहीं किया गया है. अत: सभी लोग सतर्क व सावधान रहे.