अमरावती

इलेक्ट्रानिक्स उपकरणों की ऑनलाइन बिक्री बढी

ई-कॉमर्स कंपनियों से पारंपरिक व्यापारियों को झटका

  • जिले के 98 इलेक्ट्रानिक्स दूकानों पर लगे है ताले

  • होम डिलीवरी की भी नहीं मिली है अनुमति

अमरावती/दि.28 – जरुरी सेवाओं को छोडकर अन्य सभी उत्पादनों के प्रतिष्ठानों को बंद रखने का आदेश रहने से शहर के बाजार बंद है. लेकिन ई-कॉमर्स कंपनियों द्बारा जरुरी नहीं रहने वाले उत्पादनों की बिक्री चल रही है जिसका सीधा-सीधा असर पारंपरिक व्यापारियों पर पड रहा है. अमरावती जिले के 98 बडे इलेक्ट्रानिक शॉपस पर कोरोना महामारी के दौर में ताले लगे हुए है. यहां पर काम करने वाले कर्मचारियों सहित इन प्रतिष्ठानों पर निर्भर ऑटो रिक्शा चालक, कटला चालक लोगों पर भी भूखमरी की नौबत आन पडी है. लेकिन प्रशासन की ओर से उनकी समस्याओं पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है.
यहां बता दें कि कोरोना महामारी के चलते शहर का बाजार बंद है. केवल जरुरी सेवा देने वाले दूकानें शुरु है. यहां पर भी नियमों का पालन किया जा रहा है कोरोना संक्रमण की स्थिति को देखते हुए व्यापारियों ने दूकानों को बंद रख प्रशासन को सहयोग किया है लेकिन इसी दरमियान ऑनलाइन बिक्री करने वाले ई-कॉमर्स कंपनियों द्बारा जरुरी उत्पादन की श्रेणी में नहीं रहने वाले उपकरणों की भी बिक्री शुरु रखी है. इनमें इलेक्ट्रानिक उपकरणों का समावेश है. विविध इलेक्ट्रानिक उपकरण ऑनलाइन बेचे जा रहे है जिसका परिणाम दूकान बंद रखने वाले दूकानदारों पर हो रहा है. अमरावती शहर में 18 बडे इलेक्ट्रानिक्स शॉप है. वहीं संपूर्ण जिले में 98 बडे इलेक्ट्रानिक्स शॉपस है. लेकिन कोरोना महामारी के दौर में यह सभी इलेक्ट्रानिक्स शॉपस को ताले लगे हुए है.

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करोडो का हो रहा नुकसान

बीते वर्ष भी कोरोना महामारी के चलते गर्मी का सीजन डूब गया वहीं इस बार भी सीजन पूरी तरह से डूब गया है. समर सीजन के केवल पांच महीने ही ऐसे होते है जिस समय फ्रिज, ऐसी, कूलर की बडे पैमाने पर बिक्री होती है लेकिन शॉपस बंद रहने से आज भी नुकसान सहन करना पड रहा है. तकरीबन 50 करोड रुपयों का नुकसान हुआ है. वहीं ऑनलाइन बिक्री से भी काफी परिणाम हुआ है. सरकार ने ऑनलाइन बिक्री पर से कोई पाबंदी नहीं हटायी है और हमें बिक्री करने से रोक लगायी है. जबकि जिलाधिकारी से अमरावती इलेक्ट्रीकल्स डीलर एसो. ने होम डिलीवरी की अनुमति भी मांगी है. लेकिन जिलाधिकारी ने हमारी अनुमति को नकार दिया है. आज हालात यह है कि हमारे प्रतिष्ठानों में जितने भी कर्मचारी काम कर रहे है उनको पूरी सैलरी देनी पर रही है. बीते वर्ष कर्मचारियों को कम सैलरी दी थी लेेेकिन अब पूरी सैलरी देनी पड रही है. सभी इलेक्ट्रानिक्स व्यवसायी परेशानियों के दौर से गुजर रहे है. इसलिए हमारी समस्या का भी निराकरण करने के लिए प्रशासन ने योग्य कदम उठाने चाहिए.
– निखिल बाहेती,
अध्यक्ष अमरावती इलेक्ट्रानिक्स डिलर्स एसो.

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