* रैली, डोर टू डोर भेंट को दे रहें महत्व
* बडे नेताओं की सभाओं का भी दौर है शुरू
अमरावती/दि.9– विधानसभा चुनाव प्रचार के लिए अब गिनती के 10 दिन ही शेष बचे हुए है. इस दौरान चुनाव में खडे राष्ट्रीय पार्टी और निर्दलीय उम्मीदवारों ने चुनाव प्रचार के लिए पुरा जोर लगा दिया है. जिसमें बाईक रैली, वाहनों से विधानसभा क्षेत्र का दौरा कर मतदाताओं से डोर टू डोर भेंट को उम्मीदवार ज्यादा महत्व दे रहे हैं. वही राज्य सहित जिले में बडे व राष्ट्रीय नेताओं की सभाओं का दौर भी जमकर शुरू है.
ज्ञात हो कि 4 नवंबर को विधानसभा चुनाव के लिए नामांकन भरने वाले प्रत्याशियों का नाम वापस लेने का आखिरी दिन था. जिसके बाद कई लोगों के नाम वापस लेने के बाद जिला चुनाव विभाग की ओर से चुनाव में खडे उम्मीदवारों को चिन्ह का वितरण कर दिया गया. कौन किसके सामने यह स्पष्ट होने के बाद और पश्चात चिन्ह मिलते ही इन उम्मीदवारों के प्रचार ने जोर पकड लिया. शहर की गलियों में ऑटो के मार्फत उम्मीदवारों के पोस्टर व उनके कार्यो का बखान करते प्रचारक घुमते नजर आने लगे है. चौक-चौराहों पर बडे बडे होर्डिंग्स के माध्यम से भी वोट देने का आवाहन किया जा रहा है. जैसे-जैसे चुनाव के दिन नजदीक आ रहे है. वैसे-वैसे प्रत्याशियों की धडकनें तेज होती जा रही है. शहर के निर्वाचन क्षेत्रों में प्रत्येक वार्ड, प्रत्येक गांव और ग्रामीण निर्वाचन क्षेत्रों में प्रत्येक गांव और ग्रामीण निर्वाचन क्षेत्रों के प्रत्येक मतदाता तक पहुंचने का प्रयास समर्थक कर रहे हैं. इसलिए यह अवधि महत्वपूर्ण है. अब दस दिन की अवधि में गांव के सभी लोगों तक पहुंचना बहुत मुश्किल दिखाई दे रहा है. इसीलिए देखा जा रहा है कि पार्टी के सभी पदाधिकारी कार्यकर्ताओं के जरिए गांव-गांव तक लोगों के बीच पहुंचने प्रयास कर रहे हैं.
डोर टू डोर भेंट पर भी जोर
विधानसभा चुनाव के लिए 28 नवंबर को मतदान होने वाला है. उससे 48 घंटे पहले यानी 18 नवंबर की शाम को प्रचार थम जाएगा. इसलिए 9 से 18 नवंबर तक सिर्फ 11 दिन ही प्रचार के लिए मिलेंगे. इसलिए कार्यकर्ताओंं को दिन रात एक कर प्रचार करना पड रहा है. प्रमुख प्रत्याशियों ने अपना प्रचार अभियान शुरू कर दिया है. कुछ उम्मीदवारों को एक या दो बार का प्रचार करना पडता है. लेकिन जिन उम्मीदवारों की उम्मीदवारी समय पर तय हो गई थी. उन्हें अब एडी चोटी एक कर प्रचार करना होगा. प्रचार के लिए बहुत कम समय बचा है और चुनाव प्रचार के लिए दिन कम रह जाने के कारण प्रमुख पार्टियों के उम्मीदवार प्रचार में जुट गए है. अभियान रैली के साथ-साथ कार्यकर्ता के माध्यम से डोर टू डोर भेंट पर भी जोर दिया जा रहा है. स्थापित प्रत्याशी मतदाताओं के सामने अपने व्दारा किए गए की सूची पेश कर रहे हैं. वही नये प्रत्याशी पांच साल में क्या-क्या करेंगे और किन कार्यो को प्राथमिकता देंगे, इस बात पर मतदाताओं से वोंट देने का आवाहन कर रहे हैं.
सोशल मीडिया भी बना जरिया
देखा जाए तो चुनाव विभाग व पुलिस विभाग की ओर से सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर प्रत्याशियों के प्रचार पर कडी नजर रखी जा रही है. बावजूद इसके जिले में प्रत्याशियों के समर्थक अपने अपने तरीके से संबंधित सोशल मीडिया गु्रप में अपने चहेते प्रत्याशी का प्रचार कर रहे है. यही नही तो एक दूसरे के नेता की गलतियां, कमजोरियां भी बता कर जमकर बहस करते नजर आ सकते है.