अमरावती

केवल 1118 को मिला पीएम स्वनिधी का लाभ

कुल 6902 आवेदन आये थे

  • 1830 किये गये नामंजूर

अमरावती/दि.30 – शहर में सडक किनारे व्यवसाय करनेवाले फेरीवालों को कोरोना काल के बाद आर्थिक रूप से संभालने के लिए उन्हें दिनदयाल अंत्योदय पीएम स्वनिधी योजना अंतर्गत 10 हजार रूपये की आर्थिक सहायता कर्ज के स्वरूप में उपलब्ध करायी जा रही है. जिसके तहत अमरावती शहर में 7 हजार 770 लाभार्थियोें को इस योजना का लाभ दिये जाने का लक्ष्य तय किया गया है. किंतु अब तक इस योजना का लाभ केवल 1 हजार 118 लाभार्थियों को ही दिया जा चुका है. वहीं अब तक प्राप्त कुल 6902 आवेदनों में से 1830 आवेदनोें को नामंजुर किया गया है.
जानकारी के मुताबिक विभिन्न त्रृटियों के चलते खारिज किये गये 1830 आवेदनोें के अलावा शेष 5072 में से 1829 आवेदनों को विविध बैंकों द्वारा मंजुर किया गया है. जिसमें से 1 हजार 118 लाभार्थियों को कर्ज के तौर पर 10 हजार रूपये की आर्थिक सहायता प्रदान की जा चुकी है. उपरोक्त जानकारी देने के साथ ही एनयूएलएम विभाग के व्यवस्थापक प्रफुल्ल ठाकरे ने बताया कि, मनपा द्वारा दिनदयाल अंत्योदय पीएम स्वनिधी योजना तथा राष्ट्रीय नागरिक उपजिविका अभियान चलाने हेतु फेरीवालों के सात संगठनों तथा 12 कर्मचारियोेें के जरिये जनजागृति व सर्वेक्षण अभियान चलाया गया. जिसमें 3432 फेरीवाले पंजीकृत किये गये. वहीं अन्य फेरीवालों को भी इसमें शामिल किया जा रहा है. इस योजना का लाभ लेने हेतु सभी लाभार्थियों को महानगरपालिका में आवेदन प्रस्तुत करना होता है. जिसके बाद महानगरपालिका द्वारा फेरीवालों के दस्तावेजों व उनके बैंक खातों की जांच-पडताल करते हुए उनके प्रस्ताव को मंजुरी हेतु बैंकों के पास भेजा जाता है.

3432 के बैंक खातोें में पेनी ड्रॉप के जरिये 1 रूपया

बैंकों ने फेरीवालोें के लिए कर्ज मंजूर करने के बाद उन्हें पेटीएम के जरिये पैसे प्राप्त होने पर कैशबैक का लाभ मिल सकता है. ऐसे में मनपा द्वारा शहर के 3432 लाभार्थियों के बैंक खाते में 1 रूपये का पेनी ड्रॉप करते हुए उनके खातों की पडताल की गई. जिसके बाद बैंकोें द्वारा 1118 लाभार्थियों के खाते में कर्ज की रकम जमा करायी गयी. ऐसी जानकारी भी प्रफुल्ल ठाकरे द्वारा दी गई है.

  • कर्मचारियोें द्वारा शहर में सर्वे करते हुए 3432 फेरीवालों का चयन किया गया और उन्हें आवेदन करने हेतु कहा गया. पश्चात बैंकोें के पास ऑनलाईन आवेदन पहुंचे. किंतु कुछ राष्ट्रीयकृत बैंकों से इस योजना को बेहद अत्यल्प प्रतिसाद मिला है.
    – प्रफुल्ल ठाकरे
    व्यवस्थापक, राष्ट्रीय नागरिक उपजिविका अभियान, अमरावती मनपा

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