निजी एम्बुलेंसों का लेना पड रहा सहारा
अमरावती/दि.3 – स्वास्थ्य क्षेत्र में 108 क्रमांक वाली एम्बुलेंस गंभीर स्थिति में रहने वाले मरीजों को समय पर योग्य इलाज की सुविधा उपलब्ध कराने हेतु आधार साबित हो रही है. लेकिन 28 से 30 लाख की जनसंख्या वाले अमरावती जिले में केवल 31 सरकारी एम्बुलेंस कार्यरत है. कई बार तो मरीजों को कई-कई घंटों तक एम्बुलेंस उपलब्ध नहीं होती है. ऐसे में गंभीर स्थिति वाले मरीजों की हालत को देखकर संबंधित परिवार को निजी एम्बुलेंसों का सहारा लेना पडता है. जिसके चलते जिले की जनसंख्या को ध्यान में रखते हुए सरकारी एम्बुलेंसों की संख्या को बढाए जाने की मांग की जा रही है.
जिले के ग्रामीण क्षेत्र से रोजाना सेकडों मरीजों को अमरावती स्थित जिला सामान्य अस्पताल में रेफर किया जाता है. साथ ही कई बार इर्विन अस्पताल में आवश्यक चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध नहीं रहने के चलते गंभीर स्थिति वोल मरीजों को नागपुर रेफर करना पडता है. जिसके लिए बडे पैमाने पर सरकारी एम्बुलेंसों की जरुरत है. लेकिन 30 लाख की जनसंख्या वाले अमरावती जिले में केवल 31 सरकारी एम्बुलेंस ही कार्यरत है. ऐसे में आम लोगों को गंभीर स्थिति वाले मरीजों को एक अस्पताल से दूसरे अस्पताल में रेफर किए जाने के बाद निजी एम्बुलेंस वाहनों का सहारा लेना पडता है. जिसके लिए उन्हें अच्छी खासी रकम भी अदा करनी पडती है.
सरकार द्बारा जिले के लिए 108 क्रमांक वाली कुल 31 एम्बुलेंस ही उपलब्ध कराई गई. जिसमें से 6 एम्बुलेंस में वैंटीलेटर व ऑक्सीजन की सुविधा उपलब्ध है. जिले की जनसंख्या को ध्यान में रखते हुए ही राज्य के स्वास्थ्य विभाग द्बारा यह वाहन उपलब्ध कराए गए है.
– डॉ. दिलीप सौंदले,
जिला शल्यचिकित्सक,