अमरावती/दि. 23– प्राकृतिक आपदा, फसलों को उचित भाव नहीं मिलने और फसलें बर्बाद होने के कारण जिले में गत 11 महीनों में 286 किसानों व्दारा खुदकुशी किए जाने का दावा किया जा रहा है. यह भी आरोप है कि सरकार की उदासीनता की वजह से आत्महत्या बदस्तूर है. सरकार को आत्महत्या रोकने के लिए ठोस कदम उठाने चाहिए. इस बीच बताया गया कि प्रशासन ने केवल 155 पीडित परिवारों को मदद के लिए पात्र माना है. अब तक मात्र 40 परिवारों को प्रत्यक्ष मदद दी जा चुकी है. साफ है कि 75 प्रतिशत पीडित परिवार मदद का इंतजार कर रहे हैं.
* खरीफ सीजन में 81 आत्महत्या
जून से अगस्त के आंकडों के अनुसार 81 किसानों ने आत्महत्या की. 18 परिवार मदद के लिए पात्र बताए गए हैं. अभी भी 45 प्रकरण जांच हेतु प्रलंबित है. पिछले वर्ष भी इस सीजन दौरान 71 किसानों ने मौत को गले लगाया था.
महीना वार किसान आत्महत्या
जनवरी 29
फरवरी 14
मार्च 30
अप्रैल 32
मई 28
जून 29
जुलाई 26
अगस्त 26
सितंबर 35
अक्तूबर 22
नवंबर 15
कुल 288