अमरावती – कोरोना संक्रमण के खतरे के बीच राज्य परिवहन निगम ने अपनी यात्री परिवहन सेवा को शुरू किया है. जिसमें सरकार की ओर से जारी दिशानिर्देशों का पूरी तरह से पालन किया जा रहा है. जिसके तहत रापनि बसों में केवल २२ यानी कुल क्षमता के ५० प्रतिशत यात्रियों को ही प्रवेश दिया जा रहा है. साथ ही पूरी यात्रा के दौरान सोशल डिस्टंसिंग के नियमों का बेहद कडाई के साथ पालन किया जायेगा.
बता दें कि, २३ मार्च से ३१ मई तक लॉकडाउन के दौरान पूरी तरह से बंद रहने के बाद रापनि की बस सेवा को जून माह में जिलांतर्गत तथा २० अगस्त से आंतरजिला स्तर पर शुरू किया गया. यद्यपि अनलॉक की प्रक्रिया के तहत बस सेवा शुरू की गई है, किंतु इस समय भी कोरोना संक्रमण का खतरा कायम है. जिसके चलते बस यात्रा के दौरान नियमों का उल्लंघन होने पर संक्रमण फैल सकता है. ऐसे में रापनि द्वारा अपने सभी यात्रियों से सोशल डिस्टंसिंग के नियमों का कडाई के साथ पालन करवाया जा रहा है. जिसके तहत बसों में प्रवेश करते समय सभी यात्रियों को निश्चित दूरी पर खडे रहने हेतु कहा जा रहा है और बसों में दो लोगों की सीट पर केवल एक यात्री को बिठाया जा रहा है. इस व्यवस्था के तहत प्रत्येक रापनि बस में केवल २२ यात्री ही बिठाये जा रहे है. साथ ही सभी यात्रियों को अपने चेहरे पर मास्क पहनना अनिवार्य किया जा रहा है. इसके अलावा हर यात्रा से पहले व यात्रा के बाद रापनि बसों को सैनिटाईज भी किया जा रहा है.
उल्लेखनीय है कि, इन दिनों लॉकडाउन की शर्तों को शिथिल किये जाते ही लोगों का अपने घरों से बाहर निकलना शुरू हो गया है और जिलांतर्गत व आंतरजिला बस सेवा शुरू हो जाने के चलते लोगबाग अब अपने बेहद जरूरी कामकाज के लिए रापनि बसों के जरिये यात्रा करने लगे है. जिसकी वजह से रापनि को अब काफी हद तक ठीकठाक संख्या में यात्री मिलने लगे है. ऐसे में रापनि द्वारा अपने सभी चालकों व वाहकों को सुरक्षा मानकों के संदर्भ में विशेष तौर पर प्रशिक्षित किया गया है. जिसके चलते बस स्थानक से प्लेटफार्म पर बस लगाने के बाद बस के वाहक व चालक नियंत्रण कक्ष में जाने से पहले कुछ समय तक बस के पास ही खडे रहकर यात्रियों को आवश्यक दिशानिर्देश देते है और सुरक्षित दूरी के साथ यात्रियों की कतार लगाते हुए अपनी बस में अधिकतम २२ यात्रियों को ही प्रवेश देते है. साथ ही बस के भीतर हर एक सीट पर केवल एक यात्री के बैठने का निर्देश दिया जाता है. इसके अलावा प्लेटफार्म पर लगाने से पहले सभी बसों में कीटनाशक दवाईयों का छिडकाव करते हुए बसों को सैनिटाईज किया जाता है.
- राज्य परिवहन महामंडल द्वारा अपने यात्रियों की सुरक्षा को लेकर हर संभव कदम उठाये जा रहे है, ताकि यात्रा के बाद भी वे सुरक्षित रह सके. कोरोना के संदर्भ में सरकार की ओर से जारी दिशानिर्देशों का पालन करते हुए ही बसों का परिचालन किया जा रहा है.
– श्रीकांत गभने विभाग नियंत्रक, रापनि