अमरावती

वर्षभर में केवल ५३ विवाह मुहूर्त

तुलसी विवाह के बाद गूंजेंगी शहनाईयां

अमरावती/दि.२१ – हिंदू धर्म के अनुसार तुलसी विवाह के बाद ही शादी समारोह को आरंभ हो जाता है. इस वर्ष शाही समारोह का मुहूर्त कम होने तथा कोरोना महामारी के चलते लोग सादगीपूूर्ण पध्दति से विवाह निपटाने में विश्वास रख रहे है. गौरतलब है कि तुलसी विवाह के लिए भी इस वर्ष केवल दो दिन का ही मुहूर्त रहने से दो दिन के अंदर तुलसी विवाह निपटाने होंगे. कोरोना महामारी और शासन व्दारा दिये गए नियमों के बाद अब विवाह के लिए मुहूर्त नहीं रहने से विवाह समारोह की ही बैंड बज गई है. गुरु व शुक्र अस्त रहने से इस बार कर्तव्य है, ऐसे वर-वधू के लिए इस वर्ष भर में केवल ५३ मुहूर्त है. जिसमें नवंबर, दिसंबर महीने में विवाह मुहूर्त न के बराबर हैं.
तुलसी विवाह में माता तुलसी का विवाह कार्तिक माह शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि के दिन भगवान शालिग्राम के साथ किया जाता है. इस साल यह एकादशी तिथि २५ नवंबर को शुरु होकर २६ तारीख को समाप्त होगी. तुलसी विवाह का आयोजन २६ नवंबर को किया जायेगा. पश्चात दूसरे ही दिन से विवाह के मुहूर्त है. नवंबर माह में २७ व २८ के बाद दिसंबर में ७, ८, ९, १७, १९, २३, २४ और २७ को विवाह हो सकते है. वर्ष २०२१ में जनवरी महीने में ३, ५, ६, ७, ८, ९, १० आदि तिथियों को मुहूर्त है. फरवरी माह में १५, १६ के बाद शुक्र अस्त होने से मार्च माह में तिथि नहीं है. सीधे अप्रैल माह में विवाह के मुहूर्त निकाले जा सकेंगे. अप्रैल माह में २२, २४, २५, २६, २८, २९, ३०, मई माह में १, २, ३, ४, ५, ८, १३, २०, २१, २४, २६, २८३०, ३१ तथा जून माह में ४, ६, १६, १९, २०, २६, २७, २८, जुलाई माह में १, २,१ ३ और १३ समेत केवल चार तिथियां है. इस कारण लोग भी तिथि के अनुसार जैसा बन सके वैसा ही विवाह की योजना बना रहे है.

तुलसी विवाह मुहूर्त

२५ नवंबर को एकादशी तिथी प्रारंभ होगी सुबह २.४२ से और खत्म होगी २६ नवंबर सुबह ५.१० बजे तक . व्दादशी तिथि का आरंभ २६ नवंबर, सुबह ०५ बजकर २० मिनट पर होगा. २७ नवंबर, सुबह ०७ बजेकर ४६ मिनट पर इस तिथि का समापन होगा. कार्तिक माह शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को देवउठनी एकादशी भी कहते है.

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