रोजगार के नाम पर चल रहा केवल आंकडों का खेल
जिले में 20,247 मजदूर, जॉब कार्ड का हो रहा दुरुपयोग
अमरावती/दि.31 – महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना अंतर्गत जिले के 20 हजार 537 मजदूर परिवारों को अकुशल स्वरुप का काम दिया गया है. साथ ही योजना को अधिक प्रभावित तौर पर चलाने हेतु अलग-अलग लोकाभिमुख निर्णय घोषित किए जाते है. ताकि अधिक से अधिक लोगों को काम मिल सके. परंतु अधिकांश स्थानों पर कागजों पर मजदूरों के आंकडे दर्ज करते हुए जेसीबी व पोकलैंड जैसी मशीनों के जरिए काम चल रहा है. जिसके चलते रोजगार गारंटी योजना के तहत मजदूरों के हाथों को काम व रोजगार देने का लक्ष्य अपने मूल उद्देश्य से भटक गया है.
बता दें कि, जिले में करीब साढे 4 लाख मजदूरों ने जॉब कार्ड निकाला है. लेकिन इसमें से रोजगार गारंटी योजना के तहत केवल 20 हजार 530 मजदूर ही कार्यरत है. वहीं अन्य मजदूरों को काम मिलने की प्रतीक्षा है. कुछ लोगों ने तो केवल नाम के लिए ही जॉब कार्ड निकाला है और उन्हें काम की कोई आवश्यकता भी नहीं है. ऐसी जानकारी भी सामने आयी है. ज्ञात रहे कि, राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम 2005 के अंतर्गत गरीबों को जॉब कार्ड तैयार करते हुए उन्हें रोजगार दिए जाने का प्रावधान है. जिसके तहत ऐसे लोगों को साल में कम से कम 100 दिन काम दिए जाने की गारंटी दी जाती है. वहीं शेष दिनों में राज्य सरकार की ओर से काम दिया जाना होता है. इसके तहत प्रत्येक मजदूर को रोजाना 273 रुपए की मजदूरी देनी होती है. लेकिन कई ग्रामपंचायतों में ऐसे कामों पर मजदूरों को लगाने की बजाय मशीनों के जरिए फटाफट काम निपटा लिए जाते है और मजदूरों के फर्जी आंकडे दिखाते हुए उनकी मजदूरी का आहरण कर लिया जाता है. ऐसे कई मामले अब तक ग्रामीण इलाको, विशेषकर मेलघाट क्षेत्र से सामने आ चुके है.
* 3597 रोगायो के काम चल रहे जिले में
जिले में वन, सामाजिक वनीकरण व ग्रामपंचातय आदि विभागों के जरिए 3 हजार 597 काम जारी रहने की जानकारी प्रशासन द्बारा दी गई है.
* जॉब कार्ड साढे 4 लाख, मजदूर केवल 20 हजार
जिले में 4 लाख 48 हजार 342 मजदूरों ने जॉब कार्ड निकाला है. जिसमें से रोजगार गारंटी के कामों पर केवल 20 हजार 543 मजदूर है. इसके अलावा शेष मजदूरों में से कई मजदूरों को काम मिलने की प्रतीक्षा है. वहीं कई लोगों ने कोई आवश्यकता नहीं रहने के बावजूद भी जॉब कार्ड बनाया है. ऐसी जानकारी सामने आयी है.
* कौन से विभाग के कितने काम शुरु?
विभाग काम
कृषि विभाग 117
वन विभाग 60
ग्रामपंचायत 2,846
रेशम विभाग 10
सामाजिक वनीकरण 386
* बारिश की वजह से मजदूर कम
बारिश के मौसम दौरान निर्माण संबंधी काम अधिकतर बंद ही रहते है और केवल वृक्षारोपण संबंधी काम भी चलते है. ऐसे में रोगायो के कामों पर मजदूरों की संख्या काफी कम होती है. जिसके चलते मजदूरों द्बारा मांग किए जाते ही उन्हें काम दिया जाता है. चूंकि मजदूरों की हाजिरी ऑनलाइन ली जाती है. ऐसे में कहीं पर भी कोई बोगसगिरी नहीं होती है. वहीं किसी भी तरह की शिकायत मिलने पर जांच करते हुए दोषियों पर कार्रवाई करने का प्रावधान है. ऐसा संबंधित अधिकारियों द्बारा बताया गया है.
* किस तहसील के कितने गांवों में चल रहे काम
तहसील ग्राप मजदूर
अचलुपर 62 1,816
अमरावती 42 1,289
अंजनगांव सुर्जी 25 338
भातकुली 38 636
चांदूर रेल्वे 39 725
चांदूर बाजार 55 1,974
चिखलदरा 44 2,806
दर्यापुर 57 929
धामणगांव रेल्वे 32 460
धारणी 54 2,357
मोर्शी 56 4,043
नांदगांव खंडे. 36 413
तिवसा 39 1,121
वरुड 61 1,617