अमरावती

एक्साइज के पास केवल एक ही वाहन, कैसे पकडी जाए अवैध शराब

वाहन के साथ ही कर्मचारियों का भी अनुशेष

अमरावती/दि.06– शराब के उत्पादन व विक्री से सालाना करोडों रुपए का राजस्व देने वाले राज्य उत्पाद शुल्क विभाग के पास अमरावती जिले में शराब की अवैध विक्री को रोकने हेतु पर्याप्त व्यवस्था ही नहीं है. इस विभाग का कामकाज 47 अधिकारियों व कर्मचारियों के भरोसे शुरु है. वहीं इस विभाग में 13 पद कई वर्षों से रिक्त पडे है, जिन्हें सरकार द्बारा अब तक भरा नहीं गया. ऐसे में उपलब्ध अधिकारियों व कर्मचारियों के मार्फत शराब उत्पादन व विक्री पर ध्यान रखने के साथ-साथ अवैध शराब की तस्करी व विक्री पर भी ध्यान रखने का काम करना थोडा मुश्किल हो रहा है. परंतु ऐसे मामलों में कार्रवाई करने के लिए अधिकारियों के पास केवल एक ही वाहन उपलब्ध है. जो पूरे जिले के लिहाज से अपर्याप्त कहा जा सकता है. जिसके चलते सबसे बडा सवाल यह है कि, आखिर इस एकलौते वाहन के भरोसे पूरे जिले में कार्रवाई कैसे की जाती है.
उल्लेखनीय है कि, कुछ दिन पहले तरोडा गांव में अवैध शराब पीने की वजह से हुई मौतों के बाद गांव-गांव में चलने वाली हाथ भट्टी की शराब और अवैध शराब विक्री का मुद्दा सामने आया था. परंतु जिले के लगभग सभी छोटे बडे गांवों में गावरानी व अवैध शराब की चलने वाली विक्री व तस्करी को रोकने के लिए दारुबंदी महकमें की व्यवस्था अपर्याप्त साबित हो रही है. साथ ही दारुबंदी विभाग भी अपने पास अपर्याप्त मनुष्यबल एवं केवल एक ही वाहन रहने की बात को आगे करते हुए अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड रहा है.

* कार्रवाई के लिए पर्याप्त कर्मचारी भी नहीं
स्थानीय राज्य उत्पाद शुल्क विभाग द्बारा सरकार को प्रतिवर्ष 21 करोड रुपए का राजस्व दिया जाता है. राज्य उत्पाद शुल्क विभाग के अमरावती कार्यालय में अधिकारियों व कर्मचारियों के 60 पद मंजूर है. जिसमें से 47 पदों पर अधिकारी व कर्मचारी कार्यरत है. वहीं 13 पद रिक्त है. पदभर्ती का अधिकार राजस्व मंत्री के पास रहने के बावजूद भी कई वर्षों से यह पद रिक्त पडे है. ऐसे में कर्मचारी संख्या कम रहने के चलते किसी भी बडी कार्रवाई के समय आरोपी भाग जाते है और केवल मुद्दे माल जब्त होता है. इसकी वजह से इस विभाग की कार्रवाई प्रभावी तौर से नहीं हो पा रही.

* वाहन की भी कमी
इस विभाग के पास 5 वाहनों की मंजूरी रहने के बावजूद केवल 1 ही वाहन उपलब्ध है. जिसके दम पर पूरे जिले का जिम्मा संभाला जाता है. यहीं वाहन विभाग के अधीक्षक की आवाजाही के लिए उपलब्ध है तथा कहीं पर भी कार्रवाई करने या उडनदस्ते के दौरे हेतु भी यहीं वाहन प्रयोग में लाया जाता है. जिसके चलते कार्रवाईयां प्रभावी रुप से नहीं हो पा रही.

* केवल एक महिला कर्मी
जिले की उडनदस्ते में केवल एक ही महिला कर्मी है. ऐसे में कार्रवाई के समय यदि सामने कोई महिला आरोपी रहती है, तो उसके खिलाफ कार्रवाई करने में काफी दिक्कत पेश आती है.

* गत वर्ष राज्य उत्पाद शुल्क विभाग के अमरावती कार्यालय द्बारा राज्य सरकार को 21 करोड रुपयों का राजस्व संकलित कर उपलब्ध कराया गया था. हमारे पास अधिकारियों व कर्मचारियों की कमी रहने के चलते केवल एक ही वाहन उपलब्ध है. ऐसे में हमने रिक्त पदों पर भर्ती के साथ ही अतिरिक्त वाहनों की मांग भी की है. गत वर्ष की तुलना में इस वर्ष शराब की अवैध तस्करी व विक्री से गावरानी शराब की भट्टी जैसे अवैध धंधों के खिलाफ कार्रवाईयां बढी है.
– ज्ञानेश्वरी अहिर,
अधीक्षक, राज्य उत्पाद शुल्क विभाग

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