जिप शालाओं की छात्राओं को केवल 1 रूपया प्रोत्साहन भत्ता
31 साल के बाद भी प्रोत्साहन भत्ते में वृध्दि नहीं

अमरावती /दि. 5– अनुसूचित जाति जमाति व भटक्या -विमुक्त समाज की पहली से चौथी तक शिक्षा ले रही छात्राओं को साल 1992 से शासन की ओर से प्रोत्साहन उपस्थिति भत्ता दिया जा रहा है. इस योजना अंतर्गत शाला में आनेवाली छात्राओं को पिछले 31 सालों से सिर्फ 1 रूपया रोजाना प्रोत्साहन भत्ता दिया जा रहा हैै. पिछले 31 सालों में एक पैसा भी बढाया नहीं गया.
इस योजना का उद्देश्य लडकियों की शाला में उपस्थिति बढाने का था. महंगाई की तुलना में यह भत्ता काफी कम और नाममात्र है. साल 2021 में राज्यमंत्री मंडल ने भत्ते में वृध्दि कर भत्ता पांच रूपए किए जाने की सिफारिश की थी. किंतु 4 साल बीतने के बाद भी शासन द्बारा भत्ते की वृध्दि को लेकर निर्णय नहींं लिया गया. वही शिक्षा विभाग व जनप्रतिनिधि भी इस विषय को गंभीरता से नहीं ले रहे हैं.अब भत्ते में वृध्दि किए जाने को लेकर छात्राओं द्बारा भी मांग की जा रही है. शासन की इस योजना को लेकर पालकों ने भी अपनी संतप्त प्रतिक्रिया व्यक्त की हैं.