अमरावती/दि.21 – रेल्वे स्थानक से सिर्फ स्पेशल गाडियां ही चलायी जा रही है. जिसमें समान्य यात्रियों को तत्काल सेवा के सिवा पर्याय नहीं बचा है. स्पेशल गाडियों में यात्रियों को बगैर आरक्षण के प्रवेश नहीं है. सामान्य यात्रियों को यात्रा करते समय अतिरिक्त 25 प्रतिशत का भुगतान करना पड रहा है. कोरोना की पार्श्वभूमि पर रेल सेवा प्रभावित हुई थी उसके पश्चात कोरोना नियंत्रण में आने के बाद रेल्वे विभाग व्दारा सिर्फ विशेषे रेल गाडियां ही शुरु की गई है.
फिलहाल रेलस्थानक से नियमित 18 गाडियां चलायी जा रही है. जिसमें 8 साप्ताहिक विशेष ट्रेन का सामवेश है. दीपावली के पर्व पर यात्रा करने वाले यात्रियों ने पहले से ही टिकट का आरक्षण करवा रखा है. जिससे सभी ट्रेने फुल हो चुकी है. अब सामान्य यात्रियों को तत्काल सेवाएं पर्याय नहीं है. रेल स्थानक पर रोजाना साढे तीन सौ से अधिक आरक्षण के आवेदन प्राप्त हो रहे है. जिसकी वजह से सर्वसाधारण यात्रियों की जेब पर आर्थिक बोझ बढ रहा है. सर्वसाधारण यात्रियों को राहत देने हेतु पेसेंजर ट्रेन शुरु किए जाने की मांग सर्वसाधारण यात्रियों व्दारा की जा रही है.
जिले से बाहर जाने वाली विशेष ट्रेन
जिले से बाहर जाने वाली टे्रनों में अमरावती-मुंबई, अमरावती-तिरुपती, मुंबई-हावडा, अहमदाबाद-पुरी, पुणे-नागपुर, पुणे-हावडा, पुणे-हटिया, मुंबई-नागपुर, गांधीधाम-विशाखापट्टनम, पुणे-अजनी विशेष ट्रेनों का सामवेश है.
सामान्य यात्रियों की जेब पर अतिरिक्त भार
रेल प्रशासन व्दारा आरक्षण अनिवार्य कर दिए जाने पर टिकट पर 25 प्रतिशत अधिभार होने की वजह से सर्वसामान्य यात्रियों की जेब पर अतिरिक्त भार पड रहा है. सर्वसाधारण यात्रियों को टिकट दुगने दाम चुकाने पड रहे है तत्काल आरक्षण की अनिवार्यता खत्म की जाए ऐसी मांग सर्वसामान्य यात्रियों व्दारा की जा रही है.
यात्रियों को पेसेंजर ट्रेन का इंतजार
अक्तूबर माह से पेसेंजर ट्रेन शुरु किए जाने वाली थी ऐसी जानकारी प्राप्त हुई थी. किंतु तकनीकी कारणों के चलते पेसेंजर ट्रेन अभी भी बंद ही है. जिससे सर्वसामान्य यात्रियों को दिक्कतें आ रही है. पेसेंजर ट्रेन कब शुरु की जाएगी इसका पेसेंजरों को इंतजार है.
पुणे-मुंबई मार्ग पर आरक्षण फुल्ल
दीपावली पर्व के अवसर पर रेल्वे में यात्रियों की भीड रहती है. इस साल आरक्षण की वजह से पुणे-मुंबई मार्ग की ट्रेन फुल्ल हो चुकी है. जिसकी वजह से सामान्य यात्रियों की संख्या में कमी आने की वजह से रेल प्रशासन का उत्पादन भी घटा है. कोरोना के पहले ढाई करोड रुपए का उत्पन्न रेल प्रशासन को मिल रहा था जो अब सव्वा लाख पर आ चुका है. दीपावली त्यौहार पर पुणे-मुंबई तथा हावडा की ओर जाने वाली सभी ट्रेनें फुल्ल हो चुकी है ऐसी जानकारी रेलवे अधिकारी व्दारा दी गई.
पेसेंजर ट्रेन को लेकर वरिष्ठों से पत्र व्यवहार
कोरोना की पार्श्वभूमि पर पेसेंजर ट्रेन बंद कर दी गई थी. स्थिति सामान्य होने के पश्चात अक्तूबर माह से पेसेंजर ट्रेन शुरु किए जाने के संकेत दिए गए थे. किंतु पेसेंजर ट्रेन अब भी बंद है. पेसेंजर ट्रेन पुुन: शुरु किए जाने के संदर्भ में वरिष्ठों से पत्र व्यवहार किया गया है.
– महेंद्र लोहकरे, प्रबंधक रेलस्थानक अमरावती