* नांदगांव खंडेश्वर में जंगी जनसभा, डॉ. नीलेश विश्वकर्मा के लिए मांगे वोट
नांदगांव खंडेश्वर /दि. 15- एनआरसी और क्रीमिलेयर के मुद्दे पर वंचित बहुजन आघाडी जैसी स्पष्ट और कठोर भूमिका कांग्रेस कभी नहीं ली और न ले सकेगी. कांग्रेस कई प्रखर मुद्दों ढुलमूल हो गई है. ऐसे में मुस्लिम और ओबीसी के साथ न्याय के लिए वंचित बहुजन आघाडी पूरी मजबूती से खडी है. वही न्याय देगी, यह दावा आघाडी के सर्वेसर्वा बालासाहब आंबेडकर ने आज दोपहर यहां भोयर लेआऊट में आयोजित विशाल प्रचार सभा में किया. यह प्रचार सभा धामणगांव रेलवे विधानसभा के उम्मीदवार डॉ. नीलेश विश्वकर्मा के प्रचार हेतु आयोजित की गई थी. एनजीओप्लास्टी पश्चात एड. आंबेडकर की यह पहली चुनाव प्रचार सभा रही. मंच पर आघाडी के प्रदेशाध्यक्ष और प्रमुख पदाधिकारियों के साथ ही धामणगांव और चांदुर रेलवे के कई प्रमुख नाम विराजमान थे. डॉ. विश्वकर्मा ने भी सभा को संबोधित किया.
* 25-40 विधायक चुनकर दें
वंचित आघाडी प्रमुख ने दावा किया कि, चुनाव पश्चात ऐसी स्थिति बनेगी कि, वंचित आघाडी को साथ लिए बगैर सरकार स्थापित नहीं होगी. वंचित के 25-40 विधायक चुनकर देने की अपील करते हुए आंबेडकर ने कहा कि, वे शासन को सपोर्ट करते हुए बदले में ओबीसी और मुस्लिम समाज के हित के निर्णय करने लगाएंगे. ओबीसी को क्रीमिलेयर संबंधी सुप्रीम कोर्ट के निर्णय से खतरा होने का दावा कर एड. आंबेडकर ने विधानसभा में पार्टी के विधायक रहने पर कानून बदलने की मांग रखेंगे.
* कांग्रेस पर हमला, भाजपा को भी लपेटा
एड. आंबेडकर ने कांग्रेस और भाजपा दोनों पर समान रुप से हमला किया. उन्होंने कहा कि, औरंगजेब स्टेटस, मॉब लिंचिंग, एनआरसी, टिपू सुलतान के विषय में कांग्रेस चुपचाप बैठी रही. जबकि वंचित बहुजन आघाडी ने कठोर भूमिका अपनाई. आघाडी आज भी घोषणा करती है कि, वह औरंगजेब की मजार पर चादर चढाएगी और देखते है किसमें हिम्मत है, हम पर केस करें.
* कांग्रेस क्यों खामोश
एड. आंबेडकर ने सवाल उठाया कि, कांग्रेस के घोषणापत्र में एनआरसी पर कोई स्पष्ट रुख क्यों नहीं है. जबकि भाजपा के जब-जब पैरों तले जमीन खिसकती है वह कठोर हिंदुत्व के मुद्दे उठाती है, भूमिका अपनाती है. योगी आदित्यनाथ के कटेंगे तो कटेंगे यह मुद्दा केवल हिंदुओं के लिए नहीं तो ओबीसी के लिए भी है. भाजपा को ओबीसी विरोधी बताते हुए वंचित बहुजन आघाडी के सर्वे सर्वा ने दावा किया कि, 15 दिन पहले सर्वोच्च न्यायालय ने स्थानीय निकाय के चुनाव 27 प्रतिशत ओबीसी आरक्षण के बगैर कर लेने का निर्णय दिया है. जिस पर केंद्र अथवा राज्य की भाजपा सरकार ने कोई विरोध नहीं किया. पुनर्विचार याचिका नहीं दी. सभा में हजारों की उपस्थिति रही. मुस्लिम वर्ग भी बडी संख्या में बालासाहब आंबेडकर को सुनने आया था. नीलेश विश्वकर्मा आगे बढो के नारो से संपूर्ण नांदगांव खंडेश्वर को गुंजायमान कर दिया गया था.