अंग्रेजी माध्यम वाला ही बनेगा शिक्षकों का शिक्षक
मराठी माध्यम वाले शिक्षकों की अंग्रेजी पर शायद भरोसा नहीं
अमरावती/दि.26– जिला परिषद शालाओं के विद्यार्थियों एवं शिक्षकों की अंग्रेजी सुधारने हेतु पवित्र पोर्टल भर्ती के जरिए केंद्र स्तर पर शिक्षकों की नियुक्ति की जाने वाली है. इस पद हेतु आवेदन आमंत्रित करते समय संबंधित उम्मीदवार अंग्रेजी माध्यम से पढा हो, ऐसी शर्त शिक्षा विभाग द्वारा रखी गई है. जिसका व्यापक स्तर पर विरोध हो रहा है.
पवित्र पोर्टल भर्ती के जरिए साधन के रुप में केंद्र स्तर पर एक शिक्षक उम्मीदवार की नियुक्ति होनी है. जिला परिषद के केंद्र शाला स्तर पर केंद्र अंतर्गत अन्य शाला के शिक्षकों को अंग्रेजी भाषा पढाने की तकनीक सिखाने हेतु शिक्षक पद पर चुना गया व्यक्ति साधन व्यक्ति के तौर पर काम करेगा. परंतु साधन व्यक्ति के तौर पर चुना जाने वाला शिक्षक अंग्रेजी माध्यम से शिक्षित हो, ऐसी शर्त रखी गई है. जिसका शिक्षकों द्वारा विरोध किया जा रहा है.
* 13 अक्तूबर को जारी हुआ सरकारी आदेश
पवित्र पार्टल भर्ती के जरिए साधन व्यक्ति के रुप में एक शिक्षक उम्मीदवार की नियुक्ति होगी. शालेय शिक्षा विभाग द्वारा 13 अक्तूबर को जारी किए गए सरकारी निर्णय में जिला परिषद की केंद्र शालास्तर पर केंद्रांतर्गत शिक्षकों को अंग्रेजी पढाने हेतु अंग्रेजी माध्यम से शिक्षित शिक्षक आवश्यक रहने की बात कहीं गई.
* मराठी माध्यम वाले शिक्षकों में असंतोष
सरकार के इस निर्णय का शिक्षक संगठनों द्वारा विरोध किया जा रहा है. साधन व्यक्ति पद हेतु उम्मीदवार अंग्रेजी माध्यम से शिक्षित होने के संबंधित शर्त को हास्यास्पद बताते हुए कहा जा रहा है कि, मराठी माध्यम से शिक्षित लोगों की अंग्रेजी दुरुस्त नहीं रहती, ऐसा कहना पूरी तरह से गलत है और यह एक तरह से मराठी माध्यम वाले शिक्षकों के साथ अन्याय है.
* सरकार का यह निर्णय एक तरह से मराठी माध्यम वाले शिक्षकों का अपमान है और उम्मीदवार का अंग्रेजी माध्यम से शिक्षित रहने को लेकर डाली गई शर्त पूरी तरह से गलत है.
– राजेश सावरकर,
राज्य प्रतिनिधि,
राज्य प्राथमिक शिक्षक समिति
* पवित्र पोर्टल पर नई पदभर्ती के संदर्भ में अंग्रेजी माध्यम से शिक्षित रहने की शर्त डालकर शायद अंग्रेजी माध्यम वाली निजी शालाओं को आगे लाने का प्रयास किया जा रहा है.
– सुभाष सहारे,
महासचिव, अभा प्राथमिक शिक्षक संघ