समृध्दि महामार्ग पर रापनि की केवल दो बसेस दौड रही
नागपुर- शिर्डी और औरंगाबाद-नागपुर की हो रही यात्रा
* फिलहाल अमरावती से कोई नियोजन नहीं
अमरावती/ दि. 21- नागपुर से शिर्डी समृध्दि महामार्ग का प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्बारा लोकार्पण किए जाने के बाद इस महामार्ग पर वाहनों का भारी मात्रा में आवागमन होने लगा है. एसटी महामंडल ने भी इस समृध्दि महामार्ग पर सर्वप्रथम नागपुर से शिर्डी बससेवा शुरू करने के बाद अब औरंगाबाद से नागपुर बससेवा शुरू की है. रात का सफर और समय की बचत के कारण नागरिक इस बससेवा का अधिक लाभ ले रहे है. लेकिन अमरावती से समृध्दि महामार्ग पर बस दौडाने का फिलहाल कोई नियोजन नहीं है. मांग बढने पर अमरावती डिपो से भी बससेवा शुरू की जाएगी.
राज्य परिवहन क्षेत्रीय कार्यालय के विभाग नियंत्रक नीलेश बेलसरे ने बताया कि समृध्दि महामार्ग के लोकार्पण के बाद नागपुर से शिर्डी और शिर्डी से नागपुर बससेवा शुरू की गई. इस बस का प्रति यात्री 1300 रूपए किराया है. उसके बाद औरंगाबाद डिपो से नागपुर बस सेवा शुरू की गई है. समृध्दि महामार्ग से दौडनेवाली इस बस का किराया 1100 रूपए है. जो औरंगाबाद से रात 10 बजे रवाना होकर जालना आउटलेट से होते हुए नागपुर सुबह 5.15 बजे पहुंचती है. रापनि की तरफ से यह दो बससेवा ही फिलहाल समृध्दि महामार्ग पर है. अभी तक अमरावती से इस मार्ग पर बस दौडाने का नियोजन नहीं किया गया है. मांग बढने पर इस पर विचार किया जा सकता है. वर्तमान मेें अमरावती जिले के 8 एसटी डिपों मेें 363 बसेस है. इनमें से 30 से 32 एसटी बसों के हर दिन कोई न कोई काम लगे रहते है. इस कारण 330 बसें जिले में चलाई जाती है. इन बसों की फेरियां 1890 के करीब होती है और प्रतिदिन की आय 36 से 38 लाख रूपए है. यह सभी बसेस सडकों पर पूरे दिन में 1 लाख 10 हजार किलोमीटर दौडती है.
* विविध चरणों में मिलेगी नई बस
विभाग नियंत्रक नीलेश बेलसरे ने बताया कि आगामी वर्ष में विविध चरणों मेें सेंट्रल वर्कशॉप में तैयार हो रही 8150 इलेक्ट्रॉनिक बसेस में से कुछ नई बस अमरावती आएगी. वर्ष 2023 के मार्च माह तक 20 से 30 इलेक्ट्रॉनिक बस आने की संभावना है. वर्ष 2019 की तुलना में 90 से 95 बस अमरावती परिमंडल में और होना आवश्यक है. राज्य सरकार द्बारा यह इलेक्ट्रानिक बस जब तक तैयार नहीं हो जाती तब तक निजी बसों को भी सडक पर दौडाया जा सकता है. लेकिन आगामी वर्ष में विविध चरणों में अमरावती जिले में नई बसेस आना निश्चित है.
* वर्तमान में शैक्षणिक सहल की डिमांड
फिलहाल जिले में ऐसा कोई कार्यक्रम नहीं है. जिसके लिए विशेष बससेवा शुरू की जाए. वर्तमान में शैक्षणिक सहल ही डिमांड है. जिले के विविध एसटी डिपो से हर दिन 4 से 5 एसटी बस शैक्षणिक सहल के लिए चलाई जा रही है. हर दिन जिले की 330 एसटी बस सडकों पर दौड रही है और प्रतिदिन की आय 36 से 38 लाख रूपए है.
नीलेश बेलसरे, विभाग नियंत्रक, अमरावती