अमरावती

विदर्भ की कुलदेवी अंबादेवी व एकवीरादेवी मंदिर के खुलेंगे पट

7 अक्तूबर से मनाया जाएगा नवरात्रि उत्सव

  • मंदिर परिसर में रंगरोगन व सजावट की तैयारियां शुरु

अमरावती/दि.1 – कोरोना महामारी के चलते पिछले दो सालों से राज्य भर के सभी मंदिर व प्रार्थना स्थल बंद कर दिए गए थे. जिसमें शहर के दो प्रमुख आस्था स्थल विदर्भ की कुलदेवी अंबादेवी व एकवीरा देवी के मंदिर के पट भी शासन व्दारा दिए गए आदेशों के अनुसार बंद कर दिए गए थे. किंतु अब नवरात्र उत्सव के अवसर पर 7 अक्तूबर से राज्यभर के सभी मंदिरों व प्रार्थना स्थल के पुन: पट खोले जाने के आदेश शासन व्दारा जारी कर दिए गए है. 7 अक्तूबर से अंबादेवी व एकवीरादेवी मंदिर के भी पट खोले जाएंगे. 7 अक्तूबर से नवरात्रि उत्सव प्रारंभ हो रहा है जिसके लिए मंदिर परिसर में आवश्यक रंगरोगन व सजावट की तैयारियां शुरु कर दी गई है.
पिछले साल नवरात्रि उत्सव के दौरान श्रद्धालुओं को दर्शन करवाए गए थे. बीच में कुछ दिनों के लिए मंदिर खोले ही गए थे कि अचानक कोरोना की दूसरी लहर के चलते राज्य के सभी मंदिरों के साथ अंबादेवी व एकवीरादेवी का भी मंदिर बंद कर दिया गया था. दोनो ही मंदिर बंद किए जाने पर परिसर के दुकानदारों, फूल विके्रताओं पर भूखे मरने की नौबत आ गई थी. फिलहाल कोरोना नियंत्रण में आने के पश्चात शासन व्दारा पुन: मंदिर खोलने के आदेश दे दिए गए है.
7 अक्तूबर से आगामी नवरात्रि उत्सव, दशहरा उत्सव, दीपावली पर्व की पार्श्वभूमि पर सभी मंदिर व प्रार्थना स्थल खोले जाने का निर्णय सरकार व्दारा लिया गया है. इस निर्णय से अंबादेवी व एकवीरादेवी मंदिर परिसर के दूकानदारों तथा श्रद्धालुओं में हर्ष व्याप्त है. मंदिर खोले जाने पर सभी आवश्यक तैयारियां शुरु कर दी गई है. मंदिर परिसर में शरदीय नवरात्रि उत्सव 7 अक्तूबर से शुरु होने जा रहा है जिसमें सभी श्रद्धालुओं को भी मंदिर में प्रवेश की अनुमति दे दी गई है दोनो ही मंदिर प्रशासन व्दारा कोरोना नियमों का पालन करते हुए श्रद्धालुओं के लिए खोले जाने का निर्णय लिया है. दोनो ही मंदिरों में रंगरोगन, आकर्षण सजावट, श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ बैरिकेटिंग व मंडप लगाने की शुुरुआत कर दी गई है.

श्रद्धालुओं तथा परिसर के दूकानदारों में उत्साह

7 अक्तूबर से नवरात्रि उत्सव प्रारंभ होने जा रहा है. इसीे दौरान अंबादेवी व एकवीरादेवी मंदिर खोलने की अनुमति प्रशासन व्दारा दिए जाने पर श्रद्धालुओं और परिसर के दूकानदारों में उत्साह देखा गया है. पिछले दो सालों से दोनो ही मंदिर बंद होने की वजह से इन दूकानदारों पर आर्थिक संकट मंडरा रहा था. साथ ही श्रद्धालुओं में भी निराशा थी. जिसमें अब मंदिर खोले जाने की खबर सुनते ही श्रद्धालुओं और दूकानदारों में उत्साह देखा गया.

जिलाधिकारी कार्यालय से अधिकृत सूचना नहीं

राज्य सरकार व्दारा 7 अक्तूबर से राज्य के सभी मंदिर खोलने का निर्णय लिया गया है. किंतु स्थानीय जिला प्रशासन व्दारा मंदिर संस्थान को अब तक किसी भी प्रकार की अधिकृत सूचना प्राप्त नहीं हुई. मंदिर में कितने भाविकों को प्रवेश दिया जाएगा. मंदिर संस्थान किस प्रकार का नियोजन करे आदि की सूचना अब तक भी मंदिर संस्थान को प्राप्त नहीं हुई. ऐसे में जल्द ही जिलाधिकारी कार्यालय को मार्गदर्शक सूचना देने का आग्रह मंदिर संस्थान व्दारा किया गया.

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