वरुड प्रतिनिधि/दि.९ – तहसील के बेलोरा में पलसवाडा से बेलोरा पगडंडी मार्ग के मध्य विद्युत डीपी खुली रहने से हादसे को न्यौता देने वाली साबित हो रही है. लेकिन इस ओर महावितरण के अधिकारी नजरअंदाज करने का काम कर रहे है.
यहां बता दें कि बेलोरा से पलसवाडा इन दो ग्रामीण इलाकों को जोडने वाले रास्ते के मध्य डीपी रहने से आवागमन करने वाले किसानों को दिक्कतों का सामना करना पड रहा है. यह डीपी पूरी तरह से खुली अवस्था में पडी हुई है. डीपी के वायरिंग के कोट निकले है. ग्रीप भी नजर नहीं आ रही है, बार-बार फेस उडने की समस्याएं आती है. डीपी खुली रहने से यहां पर किसानों, छोटे बच्चों और आवारा पशुओं की जान का खतरा भी बढ गया है. इन दिनों चना, गेहूं, संतरा, मौसंबी बगीचे का पानी प्रबंध करने का मौसम चल रहा है. लेकिन केवल चार दिन ही बिजली रहती है. प्रत्येक किसान को इन दिनों पूरा समय बिजली आपूर्ति सुचारु रहने की अपेक्षा होती है. लेकिन डीपी खराब रहने से बिजली आपूर्ति सुचारु नहीें हो पा रही है. यह डीपी शीघ्र दुरुस्ती करने के अलावा सडक के मध्य से हटाकर अन्यत्र स्थापित करने की मांग किसान अरुण ताथोडे, लक्ष्मीकांत ताथोडे, ललित ताथोडे, निकेश ताथोडे, राजेंद्र ताथोडे, जन्मजय सारसकर, लीलाधर ताथोडे, विनोद दोड, समीर ताथोडे ने की है.