अमरावती

7 माह में 58 कुष्ठरोगियों के ऑपरेशन

कुष्ठरोग निवारण विभाग का प्रयास

* समाज में सम्मान दिलवाने का प्रयास
अमरावती/ दि. 26- कुष्ठ रोग के कारण आनेवाली विकृत को दूर करने के लिए तथा समाज में सम्मान मिलने के लिए कुष्ठरोगी बंधुओं की शासन की ओर से हाथ, पैर व आंखों का नि:शुल्क ऑपरेशन किया जाता है. जिले में अप्रैल से नवंबर इन 7 माह में 58 कुष्ठरोगी बंधुओं की पुर्नरचनात्मक शस्त्रक्रिया की गई.ऐसी जानकारी कुष्ठरोग निवारण विभाग ने दी है.
कुष्ठरोग के निराकरण के लिए शासन की ओर से अनेक प्रयास किए जा रहे है. कुष्ठ रोग ठीक होने के बाद भी इस बीमारी के कारण संबंधित व्यक्ति में उसके लक्षण दिखाई देते है. जिसमें हाथों की उंगलियां टेडी रहना, पैर में बधीरता होना, आंखों की पुतलियां बंद न होना जैसी समस्या उत्पन्न होती है. ऐसे मरीजों को समाज में सम्मान दिलवाने के लिए शासन की ओर से उनकी नि:शुल्क पुनर्रचनात्मक शस्त्रक्रिया की जाती है.
विदर्भ में इस प्रकार के ऑपरेशन भी अचलपुर तहसील में कोठारा में लेप्रसी हॉस्पिटल में की जाती है. जिला स्वास्थ्य अधिकारी, जिला शल्यचिकित्सक, स्वास्थ्य सेवा कुष्ठरोग, सहायक संचालक के मार्गदर्शन में जिले में अप्रैल से नवंबर तक 58 शस्त्र क्रिया की गई.
* वर्ष में चार ऑपरेशन शिविर
कुष्ठरोग निवारण विभाग की ओर से वर्ष में चार पुनर्रचनात्मक ऑपरेशन शिविर लिए जाते है. अप्रैल से नवंबर इस कालावधि में तीन शिविर कोठारा लेप्रसी हॉस्पिटल में चलाए गए. इन तीनों शिविर में सबसे अधिक 49 ऑपरेशन हाथ के किए गए. पैर के पांच तथा आंखों के चार ऑपरेशन ऐसे कुल 58 ऑपरेशन किए गए.

कुष्ठ रोग निवारण के लिए शासन की ओर से अनेक प्रयास शुरू है. इसमें जिन बंधुओं को कुष्ठरोग के कारण विकृत हो गए है. ऐसे रोगी की पुनर्रचनात्मक ऑपरेशन किए जाते है.अप्रैल से नवंबर दौरान कोठारा लेप्रसी हॉस्पिटल में चलाई जानेवाली तीन शिविर में 58 ऑपरेशन किए गए.

* डूब जानेवाली मजदूरी के रूप में केवल 8 हजार रूपए
कुष्ठरोगी बंधुओं की पुनर्रचनात्मक ऑपरेशन नि:शुल्क किए जाते है . इसके लिए संबधित ऑपरेशन करनेवाली संस्था को शासन की ओर से प्रत्येक मरीज के 15 हजार रूपए दिए जाते है तथा जिन मरीजों के ऑपरेशन हो गए है उन मरीजों के बैंक खाते में भी डूबी हुई मजदूरी के रूप में 8 हजार रूपए मानधन दिया जाता ह

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