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शिवतीर्थ पर सम्मेलन और उध्दव के भाषण से विरोधियों की नींद उडी

विधायक ज्ञानेश्वर धाने पाटील ने दी प्रतिक्रिया

अमरावती/दि.7- दशहरा पर्व के उपलक्ष्य में शिवसेना द्वारा शिवतीर्थ पर आयोजीत सम्मेलन बेहद सफल रहा. साथ ही इस सम्मेलन में पार्टी प्रमुख उध्दव ठाकरे द्वारा दिया गया भाषण भी बेहद शानदार रहा. जिसे देखकर और सुनकर विरोधियों के पैरोंतले से जमीन खिंसक गई है और विरोधियों की नींद भी उड गई है. इस आशय की प्रतिक्रिया शिवसेना नेता व पूर्व विधायक ज्ञानेश्वर धाने पाटील द्वारा दी गई.
यहां जारी प्रेस विज्ञप्ती में पूर्व विधायक ज्ञानेश्वर धाने पाटील ने कहा कि, गत रोज हुए दशहरा सम्मेलन से साफ हो गया है कि, असली शिवसेना कौन है. अब चाहे अदालत व निर्वाचन आयोग का निर्णय कुछ भी हो, लेकिन शिवतीर्थ पर हुए सम्मेलन ने बता दिया है कि, महाराष्ट्र की जनता और शिवसैनिक उध्दव ठाकरे के साथ है. धाने पाटील के मुताबिक बीकेसी मैदान की तुलना में चार गुना अधिक भीड शिवतीर्थ पर मौजूद थी और यह भीड पार्टी प्रमुख उध्दव ठाकरे का भाषण खत्म होने तक मैदान में बनी रही. वहीं बीकेसी मैदान पर शिंदे का भाषण शुरू होते ही लोग उठकर जाने लगे तथा भाषण खत्म होते-होते आधे से अधिक लोग वहां से उठकर जा चुके थे. इसके साथ ही किसी समय शिवसेना को चुनौती देनेवाले छगन भुजबल व नारायण राणे से भी कमजोर भाषण एकनाथ शिंदे ने दिया. ऐसे में शिंदे गुट द्वारा शिवसेना को दी गई चुनौती का कोई अर्थ ही नहीं बचा. इन सभी बातों को देखते हुए अब भाजपा नेताओं के चेहरे पर हवाईयां उड रही है और भाजपा के वरिष्ठ नेताओं से प्रतिक्रिया देते नहीं बन रहा. वहीं शिवतीर्थ पर शिवसेना के पार्टी प्रमुख उध्दव ठाकरे ने अपने भाषण में हिंदुत्व को लेकर अपने विचार स्पष्ट रूप से सामने रखे तथा कश्मीर से कन्याकुमार तक के विषयों को स्पर्श किया. जिसके चलते शिवतीर्थ पर उपस्थित भीड ने भी उन्हें शानदार प्रतिसाद दिया. ऐसे में कहा जा सकता है कि, दशहरा सम्मेलन को लेकर उध्दव ठाकरे ने शिंदे गुट पर बाजी मारी है और महाराष्ट्र की जनता ने उध्दव ठाकरे गुट को ही असली शिवसेना साबित किया है.

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