अमरावतीमहाराष्ट्र

सुलभा खोडके का शक्ति प्रदर्शन देख विरोधियों के छूटे पसीने

नामांकन रैली में खोडके का समर्थन करने उमडी थी हजारों की भीड

* अमरावती सीट पर मुकाबला माना जा रहा एकतरफा, माहौल खोडके के पक्ष में
अमरावती/दि.31– 2 दिन पूर्व मंगलवार 29 अक्तूबर को विधानसभा चुनाव की नामांकन प्रक्रिया के अंतिम दिन महायुति की ओर से अजीत पवार गुट वाली राकांपा द्वारा प्रत्याशी बनाई गई विधायक सुलभा खोडके ने अमरावती विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र से नामांकन दायर कर अपनी दावेदारी पेश की. इस हेतु विधायक सुलभा खोडके के समर्थकों द्वारा शहर में भव्य नामांकन रैली का आयोजन करते हुए जमकर शक्ति प्रदर्शन किया गया. जिसे देखकर खोडके के खिलाफ अमरावती सीट से चुनाव लडने जा रहे अन्य सभी प्रत्याशियों के अभी से ही पसीने छूटने लगे है. साथ ही विगत मंगलवार को विधायक सुलभा खोडके के नामांकन अवसर पर उमडी अमरावतीवासियों की भीड को देखते हुए अभी से ही यह माना जा रहा है कि, इस बार अमरावती सीट पर मुकाबला एकतरफा होगा और माहौल विधायक सुलभा खोडके के पक्ष में है.
कई राजनीतिक जानकारों का मानना है कि, विगत 5 वर्षों के दौरान अमरावती विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र का हरसंभव विकास करने के साथ-साथ विधायक सुलभा खोडके का अमरावती की जनता के साथ हमेशा ही सीधा संपर्क रहा और वे सभी लोगों को सुख-दुख में भी शामिल होती रही. यही वजह रही कि, विधायक सुलभा खोडके की नामांकन रैली में हजारों लोग स्वयंस्फूर्त रुप से उपस्थित हुए. जिन्होंने एक तरह से विधायक सुलभा खोडके को आगामी चुनाव में जीत का आशीर्वाद भी दिया.
उल्लेखनीय है कि, विधायक सुलभा खोडके का जनसंपर्क जमीनीस्तर बेहद मजबूत है और समाज के सभी वर्गों के लोगबाग विधायक सुलभा खोडके के साथ भावनात्मक रुप से जुडे हुए है. साथ ही इस समय विधायक सुलभा खोडके का जनसंपर्क बडी तेजी के साथ आगे बढ रहा है और वे बेहद प्रभावी तरीके से अमरावती के विकास सहित आम जनता से जुडे मुद्दों को उठा रही है. ऐसे में उनके प्रतिद्वंदी रहने वाले प्रत्याशी यह तय ही नहीं कर पा रहे कि, आखिर विधायक सुलभा खोडके की दावेदारी को चुनौती कैसे दी जाये.

* विरोधियों को भ्रम फैलाने के अलावा और कुछ नहीं आता.
विगत 5 वर्ष के दौरान सडक नेटवर्क, बुनियादी ढांचागत सेवाओं व सुविधाओं के विकास शहरीकरण हेतु योजनाओं के लिए तकनीकी सहायता, प्रकल्पों के गुणवत्तापूर्ण काम, पर्यावरण संरक्षण, उद्योग व व्यवसाय तथा घरकुल योजना आदि को लेकर अपने द्वारा किये गये विभिन्न कामों के संदर्भ में जानकारी पेश करते हुए विधायक सुलभा खोडके द्वारा बडे ही प्रभावी तरीके से यह मुद्दा भी उपस्थित किया जा रहा है कि, विपक्षी पार्टी द्वारा किस तरह से भ्रामक खबरें व अफवाहें भी फैलाई जाती है. इसे लोकसभा चुनाव के दौरान आम मतदाता देख चुके है. विपक्षी पार्टियों द्वारा लोकसभा चुनाव के दौरान भ्रम फैलाया गया था कि, अगर महायुति व एनडीए को बहुमत मिलता है, तो देश में आरक्षण को खत्म कर संविधान को बदल दिया जाएगा. जबकि यह पूरी तरह से झूठी बात थी. जिसे अब जनता समझ चुकी है. यहीं वजह है कि, लोगों ने अब एक बार फिर विकास व सच्चाई के साथ जुडने का निर्णय लिया है. यहीं वजह है कि, विगत 29 अक्तूबर को उनकी नामांकन रैली में हजारों लोगों की भीड स्वयंस्फूर्त रुप से उपस्थित हुई थी. यह उनके द्वारा विगत 5 वर्षों के दौरान किये गये विकास कामों का परिणाम है.

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