* 700 से अधिक युवक- युवतियों का परिचय सम्मेलन
अमरावती / दि. 26– धनगर समाज घुमंतू जनजाति ह््ै इस संवर्ग को अनुसूचित जाति का दर्जा प्राप्त हो, इस संवर्ग को अनुसूचित जाति का दर्जा प्राप्त हो, इसके लिए वह निरंतर प्रयास कर रही है. हालांकि, धनगर समाज को राज्य सरकार ने उसका अधिकार देने से भले ही इनकार किया हो, लेकिन इस आयोजन मंच के माध्यम से धनगर समाज ने केवल विवाह इच्छुक उपवर- वधू को मंच पर आने का मौका नहीं दिया , बल्कि विधुर व परितक्ता को मौका देकर समाज के सामने धर्मनिरपेक्षता का आदर्श रखा है. आनेवाले समय में धनगर समाज द्बारा आयोजित इस परिचय सम्मेलन के माध्यम से एक नया इतिहास रचा जायेगा. ऐसा प्रतिपादन विधायक एड. यशोमती ठाकुर ने किया है.
स्थानीय संत ज्ञानेश्वर सांस्कृतिक भवन में रविवार को 14वां राज्यस्तरीय धनगर समाज उपवधू-वर परिचय सम्मेलन आयोजित किया गया. इस अवसर पर वे बोल रही थी. पूर्व विधायक हरिभाउ भदे की अध्यक्षता में एउ. दिलीप एडतकर के हाथों सम्मेलन का उद्घाटन किया गया. सांसद डॉ. अनिल बोंडे, पीडीएमसी के वैद्यकीय अधीक्षक डॉ. पवन टेकाडे, काशीनाथ फुटाणे, संतोष महात्मे, पुरूषोत्तम डाखोरे, ज्ञानेश्वर ढोमणे, प्रकाश नवरंगे, अरूण बांबल, श्रीधर मोहोड, नामदेवराव भदे, अशोक इसल आदि प्रमुखता से उपस्थित थे. कार्यक्रम में सांसद डॉ. अनिल बोंडे ने कहा कि, धनगर समाज मेहनती, प्रामणि, पर्यावरण प्रेमी समाज है. वह दानशुर होने के साथ ही संस्कृति का जतन करता है. जिसके कारण इस समाज की विश्वास व उनके प्रति प्रेमभाव में हमेशा ही वृध्दि होती आई है. जिसका समाज ने हमेशा ही परिचय दिया है.
सम्मेलन में 700 उपवधू-वर के साथ विभक्त लडके तथा लडकियों ने भी परिचय दिया है. मान्यवरों के हाथों कुर्यात सदा मंगलम जय मल्हार मंगल योग पुस्तिका का विमोचन किया गया गया. कार्यक्रम की शुरूआत पुध्यश्लोक अहिल्यादेवी होलकर की प्रतिमा पूजन तिाा वंदन हे तुजला… इस अहिल्या स्तवन गीत से की गई. अकोट निवासी जीएसटी अधिकारी उपवधू मीनल घटाले से परिचय सम्मेलन की शुरूआत हुई. दूसरे सत्र में अभिभावकों ने अपने बच्चों का परिचय दिया.
कार्यक्रम का संचालन डॉ. राजू डांगे ने किया. आभार अशोक इसल ने माना. इस अवसर पर जनार्दन घुरडे, मनोहर पुनसे, महादेव रोकडे, नामदेव खेरकार, अनिल फुटाणे, रमेश मातकर, वासुदेव पाठक, डॉ. अविनाश मोहोड, सुभाष गोहत्रे, रामराव महाराज घोडस्कर, श्रीकृष्ण ढोमणे, संजय ढोले, भास्कर, पुनसे, दिनेश बांबल, रामभाउ मुंदाने, सुभाष धवने, प्रकाश वाढे, सुधाकर साव, भास्कर ढेवले, उमेश घुरडे, छबूताई मातकर, माधुरी ढवले, विनीता गादे, सचिन कोल्हे, मनोज कचरे, सुमित महात्मे, डॉ. जयप्रकाश बनकर, अचल कोल्हे, आशीष कुरडे, अंकुश नवरंग, राहुल कालमेघ, संदीप हेले, होंकार लादे, पीयूष लांबाडे, आदित्य उघडे, लक्ष्मण वेदकर, दिलीप सरोदे, नामदेव खाटके, रमेश पाटिल, दीपक अवताडे, गणेश पावडे, रामदास माहुरे के साथ बडी संख्या में धनगर समाजबंधु उपस्थित थे.