* किसी की अनदेखी नहीं की
* मामला उबाठा शिवसेना के नये पदाधिकारियों का
दर्यापुर/ दि. 11- शिवसेना उबाठा के दर्यापुर तहसील पदाधिकारियों की नियुक्ति को लेकर उपजे विवाद में विधायक गजानन लवटे ने स्पष्ट किया कि उन्होंने किसी भी कार्यकर्ता की अनदेखी नहीं की है. वे तो नये, युवा चेहरों को जिम्मेदारी देने के पक्ष में रहे. उनका मानना रहा कि यंग ब्रिगेड को महत्व दिया जाना चाहिए. उल्लेखनीय है कि तहसील अध्यक्ष सहित अनेक शिवसैनिकों ने पदाधिकारियों के नामों की घोषणा के बाद न केवल नाराजगी व्यक्त की. बल्कि त्यागपत्र देने की घोषणा कर दी. कई पुराने शिवसैनिकों ने नूतन कार्यकारिणी पर एतराज उठाए.
विधायक लवटे ने संपर्क करने पर स्पष्ट किया कि उन्होंने किसी को हाशिये पर नहीं डाला. बल्कि वे ऐसा प्रयत्न भी नहीं करेंगे. मुझे पार्टी को मजबूत करना है. लवटे ने कहा कि तहसील अध्यक्ष का पद परमानेंट नहीं रहता. नये लोगों को भी अवसर मिलना चाहिए, यंग बिग्रेेड को महत्व दिया जाना चाहिए. इसलिए तहसील अध्यक्ष बदल दिया. उन्होंने कहा कि महाविकास आघाडी ने उनके इलेक्शन में सहायता की. ऐसे में सभी को विश्वास में लेने संबंधी प्रतिक्रिया उन्होंने आरोपों के बाद दी. विधायक लवटे द्बारा पदाधिकारियों को विश्वास में न लेते हुए नूतन कार्यकारिणी की घोषणा से सामूहिक त्यागपत्र घोषित किए गये थे. कई शिवसैनिक नाराज हो गये थे. उल्लेखनीय है कि दर्यापुर तहसील में शिवसेना, युवासेना, शिव सहकार आघाडी और अन्य पदाधिकारियों ने सामूहिक रूप से त्यागपत्र दिया था. जिससे खलबली मची थी.