मोर्शी/दि. २ – मोर्शी तहसील संतरा उत्पादन के लिए प्रसिध्द है. संतरा को दाम न मिलने के कारण तहसील के संतरा उत्पादक किसान फिर qचतीत हो उठे है. ५० रुपए प्रति किलो रहने वाला संतरा फिलहाल केवल १२ से १५ रुपए प्रति किलो बिक रहा है. २०० रुपए कैरेट से किसानों का संतरा बिकते हुए दिखाई दे रहा है.
इस वर्ष लगातार बारिश के कारण जुलाई, अगस्त, सितंबर माह में संतरे के बागान में बडे पैमाने पर फल खराब हुई. उसके कारण किसानों को करोडों रुपए का नुकसान हुआ. उस खतरे से निपटकर बाकी बचे संतरे फल पर लाखों रुपए खर्च कर अलग-अलग छिडकाव व उपाय योजना कर संतरे की फसल हासिल की. मगर अचानक संतरे को दाम न मिलने के कारण मोर्शी तहसील के संतरा उत्पादक किसान फिर चिंतीत हुए है. तहसील के घोडदेव, सालबर्डी, पाला, डापोरी, हिवरखेड, बेलोना, उमरखेड, भिवकुंडी, मायवाडी, भाईपुर, अंबाडा, सायवाडा इस क्षेत्र में बडे पैमाने में संतरा उत्पादन होते है. मगर इस बार दाम न मिलने के कारण किसानों पर आर्थिक खतरा मंडराने लगा है.
उम्मीद पर पानी फिरा
दीपावली का त्यौहार मुहाने पर है, ऐसे में संतरे के फल को दाम नहीं मिल पा रहे है. भारी बारिश के कारण किसानों को काफी नुकसान हुआ. उपर से अब दाम न मिलने के कारण किसानों के मुंह से निवाला छिन जाने की वजह से किसानों पर भी आर्थिक खतरा मंडराने लगा है.
– प्रकाश विघे, संचालक कृषि उपज बाजार समिति मोर्शी