अंजनगांव सुर्जी तहसील का संतरा बंगलादेश में
पिछले तीन वर्षो से खलोकार परिवार द्वारा किया जा रहा निर्यात
अंजनगांव सुर्जी प्रतिनिधि/दि.१० – विदर्भ के संतरे की बंागलादेश में अधिक मांग है. पिछले तीन वर्षो से अंजनगांव सुर्जी तहसील का संतरा बांगलादेश निर्यात किया जा रहा है. तहसील के संतरा उत्पादक किसान विनायक खलोकार व उनके पुत्र गोपाल खलोकार पिछले ७-८ वर्षो से संतरा व्यापार में उतरे है. गत तीन वर्षो से खलोकार परिवार द्वारा बांगला देश निर्यात किया जा रहा है.
उल्लेखनी है कि विदर्भ का संतरा विश्वभर में प्रसिद्ध है. जिसमें नागपुर, मोर्शी, चांदूरबाजार के संतरे को विशेष महत्व है. साथ ही अंजनगांव सुर्जी तहसील में भी प्रचूर मात्रा में संतरे का उत्पादन होता है. यहां के संतरे की भी विदेशों में मांग है. टाकरखेड मोरे के संतरा उत्पादक किसान विनायक खलोकार और उनके बेटे गोपाल खलोकार पिछले तीन वर्षो से संतरे का निर्यात कर रहे है.
जो वस्तु जहां बनती है वहं बकती नहीं यह पुरानी कहावत है. जिसमें खलोकार परिवार द्वारा राज्य के बाहर बाजारों की तलाश की व अनेक व्यापारियों से संबंध स्थापित किए और यहां का संतरा राज्य के बाहर भेजने लगे. ऐसे में बांगलादेश में विदर्भ की संतरे की मांग
बढी जिसमें अब खलोकार परिवार दिन-रात मेहनत कर संतरे का निर्यात बांगलादेश कर रहे है.
योगराज फार्मर प्रड्यूसर कंपनी के मार्फत तहसील का संतरा बंागलादेश निर्यात किया जा रहा है. जिससे संतरा उत्पादक किसानों को इसका लाभ हुआ है.इतना ही नहीं परिसर में पानी की कमी की वजह से संतरे के बागान सूख रहे थे. जिन्हें बचाने के लिए शाहनूर प्रकल्प से पाइपलाइन द्वारा पानी लाकर संतरा बागो को बचाने का कार्य भी विनायक खलोकार व उनके सहयोगी कर रहे है.