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अर्जंट में दिया 40 लाख का ऑर्डर

इर्विन में दवाओं का भरपूर स्टॉक

* पखवाड़ेभर में सभी किस्म की औषधि होगी उपलब्ध
अमरावती/दि.17- राज्य सरकार के दवा, सर्जिकल और सलाईन की सप्लाइ लेट होने से अनेक शासकीय अस्पतालों में दवाईयों की किल्लत की खबरें आ रही थी. ऐसे में जिला सामान्य अस्पताल इर्विन भी अछूता न रहा. वहां भी दवाईयों की कुछ मात्रा में कमी हो गई थी. जिसे तत्काल सूची बनाकर 40 लाख की दवाईयों,सर्जिकल आइटम और सलाईन के ऑर्डर स्थानीय स्तर पर दिए जाने की जानकारी जिला शल्य चिकित्सक डॉ. दिलीप सौंदले ने आज दोपहर अमरावती मंडल से बातचीत में दी. उन्होंने बताया कि आवश्यक सभी दवाएं अस्पताल में न केवल उपलब्ध है, बल्कि स्टॉक एक माह की जरुरत को ध्यान में रखकर मुहैया कर लिया गया है. केवल ओपीडी मरीजों की कुछ शिकायतें थी,वह भी अमुमन दूर कर दी गई है.
* क्या थी शिकायतें?
जिला अस्पताल के ओपीडी अर्थात् बाहरी मरीजों को डॉक्टर्स जांच कर दवाईयों का परामर्श दे रहे थे. वह दवाईयां अस्पताल के मेडिकल में जाने पर अनुपलब्ध बताई जा रही थी. जिससे आउटर मरीज शिकायत कर रहे थे. कुछ ने तो यहां तक कहा था कि जख्म को लगाने की पट्टी और मरहम भी नहीं मिली, तब स्टोर संचालक ने राज्यस्तर पर सप्लाई में बाधा आने की बात कही थी.
* कहां अटकी औषधि?
जानकारों ने बताया कि सरकारी अस्पतालों में जरुरी दवाईयों की सप्लाई राज्यस्तर पर होती है. थोड़ी मात्रा में दवाईयां स्थानीय स्तर पर टेंडर निकालकर खरीदी जाती है. कोरोना महामारी के बाद दवाईयों में अति आवश्यक श्रेणी का एक माह का स्टॉक हर समय उपलब्ध रखने के निर्देश है. ऐसे में वह स्टॉक एक तरफ करने के बाद अधिकांश जिला अस्पतालों में राज्यस्तर पर हुई दवा सप्लाई की ेदेरी के कारण कई दवाएं, सलाईन, मरहम, पट्टी, कॉटन बंडल आदि खत्म बताये गए. आउटर मरीज के लिए स्टॉक नहीं होने की बात कही गई. जहां तक अमरावती अस्पताल का प्रश्न है, भर्ती मरीज को दवाई की किसी किस्म की कमी नहीं होने का दावा डॉ. सौंदले ेने अमरावती मंडल से बातचीत में किया.
* 15 दिनों में हो जाएगा सामान्य
सूत्रों ने अमरावती मंडल को यह भी बताया कि सरकारी कंपनी से दवाईयों का स्टॉक शीघ्र रवाना किया जा रहा है. जिलानिहाय और जरुरत के हिसाब से स्टॉक भेजा जा रहा है जो अगले कुछ दिनों में सभी शासकीय दवाखानों में पहुंच जाएगा. पखवाड़ेभर में स्थिति सामान्य हो जाने का दावा एक जानकार ने किया. उन्होंने यह भी कहा कि विधानमंडल का शीतसत्र होने के कारण दवाईयां खत्म होने के मामले का तिल का ताड़ बनाने की भी कोशिश हुई होगी.
* मेडिकल कॉलेज,अस्पताल प्रभावित
सरकारी वैद्यकीय महाविद्यालय अस्पताल का सप्लाई ज्यादा प्रभावित हुआ. जिसके कारण वहां ड्रेसिंग की पट्टी और मलहम सहित जीवन सत्व की गोलियां, केल्शियम की गोलियां, एंटीबायोटिक, एनेस्थेशिया की दवाएं खत्म हो गई थी. हालांकि सरकारी कंपनी हाफकीन को ऑर्डर प्लेस कर दिया गया है. जरुरी औषधि शीघ्रता से पहुंचाई जा रही है.

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