अमरावती/दि.13– बरसात में कई स्थानों पर तालाब फूटने की घटनाएं घटती है. इसलिए जिले के सभी तालाबों की सुरक्षा की दृष्टि से जांच कर जरुरी उपाय किये जाये, उसी प्रकार सभी तालाबों का मैपिंग कर कौनसा तालाब कौनसे विभाग के अंतर्गत है, इसका विस्तुत ब्यौरा पेश करने के आदेश जिलाधीश पवनीत कौर ने जारी किये. आज जिलाधीश की अध्यक्षता में आपत्ति व्यवस्थापन बैठक का आयोजन किया गया. इस बैठक में डिझास्टर मैनेजमेंट टीमों को किसी भी वक्त तैयार रहने के निर्देश जारी किये गये.
जिले के शिवकालीन तालाब, पुराने तालाब, जलस्त्रोतों की सुरक्षा की दृष्टि से आवश्यक दुरुस्तियां तत्काल निपटाने के निर्देश जारी कर बरसात से पहले नाला सफाई पूर्ण करने के निर्देश भी दिये गये है. उसी प्रकार आपत्ति व्यवस्थापन अंतर्गत सभी डिझास्टर टीमोें के पास जो संसाधन है, उसे तैयार रखने, आपत्ति व्यवस्थापन टीमों द्बारा मॉक ड्रिल लेने के साथ ही सभी संसाधनों की पडताल करने के निर्देश जिलाधीश कौर ने दिये. बैठक में जिप सीईओ अविश्यांत पंडा, मनपा आयुक्त डॉ. प्रवीण आष्टीकर, निवासी उपजिलाधीश आशिष बिजवल सहित सभी उपविभागीय अधिकारी, तहसीलदार, सिंचाई व स्वास्थ्य विभाग प्रमुख उपस्थित थे.
बारिश में जिले के मेलघाट में अतिवृष्टी के चलते कई गांवों का संपर्क टूटने की संभावना रहती है. इसलिए गांव-गांव में पर्याप्त अनाज व आवश्यक वस्तुओं का स्टॉक रखने, उपचार सुविधाओं के साथ ही पर्याप्त दवाईयां व अमृत आहार योजना, शिधा वितरण योजना अंतर्गत पर्याप्त स्टॉक उपलब्ध रखने के निर्देश भी जिलाधीश ने जारी किये है. कई बार आपत्ति व्यवस्थापन कक्ष में तैनात कर्मचारियों के तबादले होते है, ऐसे में नये नियुक्त कर्मचारियों को क्षेत्र की संपूर्ण जानकारी व आपत्ति निवारण प्रबंधन की जानकारी रहना जरुरी है. इसलिए आपत्ति व्यवस्थापन विषयक नियमावली अपडेट करने के साथ ही बरसात में परिवहन सेवा अबादित रखने का नियोजन किया जाए, नागरिकों में दक्षता को लेकर जनजागृति की जाए, उसके लिए क्षेत्र के स्वयंसेवी संस्थाओं की मदद लेने के निर्देश भी बैठक में जारी किये गये है.