प्रभाग रचना तत्काल शुरु करने के आदेश

अमरावती मनपा को अभी अप्राप्त

* शीघ्र जारी हो सकती है अधिसूचना
* मनपा और पालिका इलेक्शन
अमरावती /दि.15- महापालिका चुनाव का साढे तीन वर्षों से चातक पक्षी समान इंतजार कर रहे इच्छुकों के लिए पिछले सप्ताह सर्वोच्च न्यायालय के निर्णय पश्चात बुधवार शाम राज्य चुनाव आयोग से भी अच्छे संकेत मिले. आयोग ने सरकार को आदेश दिया कि, महापालिका, नगर पालिका, जिला परिषद, पंचायत समिति के प्रभाग, वॉर्ड, सर्कल और गण की रचना प्रारंभ कर दी जाए. हालांकि अमरावती महापालिका को इस बारे में आज दोपहर तक अधिकृत आदेश नहीं मिला था. किंतु समझा जाता है कि, शहरी विकास मंत्रालय द्वारा चुनाव आयोग का निर्देश शीघ्र फॉरवर्ड किया जा सकता है. उधर संभावना है कि, अमरावती, अकोला, नागपुर सहित राज्य की सभी स्वायत्त संस्थाओं के चुनाव की रणभेरी अति शीघ्र बजेगी.
* अमरावती को अप्राप्त
महापालिका के चुनाव अधिकारी अक्षय निलंगे से अमरावती मंडल ने संपर्क किया तो उन्होंने अभी अधिकृत आदेश नहीं मिलने की बात कही. जबकि खबर के अनुसार चुनाव आयोग ने राज्य शासन को प्रभाग रचना गठित करने के निर्देश दिए हैं. बहुसदस्यीय प्रभाग प्रणाली इस बार भी रहनेवाली है. याद दिला दें कि, चुनाव आयोग ने पिछले सप्ताह इस बारे में अधिकांश अर्जीयों का निपटारा कर राज्य को एक माह में चुनाव अधिसूचना जारी करने और चार माह में चुनाव प्रक्रिया संपन्न कर लेने के स्पष्ट आदेश दिए थे.
* 29 मनपा, 26 जिला परिषद
राज्य में जालना और इचलकरंजी की नई महापालिका मिलाकर 29 मनपा के चुनाव कराए जाने हैं. उसी प्रकार 26 जिला परिषद में भी चुनाव होने है. इन सभी जगह पर पिछले दो से चार वर्ष से प्रशासक राज चल रहा है. पहले कोरोना महामारी, बाद में प्रभाग रचना एवं ओबीसी आरक्षण मुद्दे को लेकर चुनाव टले थे. मामला कोर्ट में गया था. देश की उच्चतम न्यायालय ने याचिका निपटारा करते हुए चुनाव लेने के आदेश दिए हैं.
* 248 पालिका, 147 नगर पंचायत
प्रदेश में 248 नगर पालिका, 147 नगर पंचायत और 351 पंचायत समितियों का समावेश है. इसमें से 336 पंचायतों में प्रशासक राज है. उसी प्रकार 32 मिनी मंत्रालय अर्थात जिला परिषद भी अभी प्रशासक के अधिन है. 42 नगर पंचायत नवनिर्मित जानकारी देते हुए बताया गया कि, सरपंच का चुनाव पिछली बार की तरह सीधे जनता से करवाया जा सकता है. वहीं महापालिका से लेकर पालिका तक बहुसदस्यीय प्रभाग प्रणाली रहनेवाली है. 2017 की प्रभाग रचना कायम रह सकती है. उसमें वोटर्स की संख्या निश्चित ही बढेगी. बहरहाल आठ वर्षों बाद होने जा रहे इलेक्शन को लेकर सर्वत्र हर्ष का वातावरण है. बारिश का सीजन होते ही चुनाव की गतिविधियां बढनी तय है. गणेशोत्सव और दुर्गोत्सव, नवरात्रि उत्सव में लोकतंत्र के उत्सव की धूम बढनेवाली है.

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