अखिल भारतीय मेहेर प्रेम सहवास कार्यक्रम का आयोजन
28 व 29 को भारत भर से आएगे मेहेरे प्रेमी
पत्रपरिषद में आयोजकों ने दी जानकारी
अमरावती/दि.23- अवतार मेहेर बाबा आध्यात्मिक केंद्र अमरावती के 25 अक्टुबर को वर्धापन दिन रौप्य महोत्सव के रुप में मनाया जा रहा है. जिसके लिए आगामी 28 व 29 अक्टुबर को भव्य दो दिवसीय अखिल भारतीय मेहेर प्रेम सहवास कार्यक्रम का आयोजन ठाकूर ले आऊट अवतार मेहेर बाबा आध्यात्मिक केंद्र के पास जुना बायपास रोड पर आयोजित किया जा रहा है. इस भव्य आयोजन में देश भर से लोगों के आने का अनुमान पत्रपरिषद में आयोजन समिती व्दारा जताया गया.
बुधवार को स्थानीय राजापेठ स्थित पत्रकार भवन में आयोजित पत्रपरिषद में जानकारी देते हुए आयोजन समिती व्दारा बताया गया कि अवतार मेहेर बाबा आध्यात्मिक केंद्र की स्थापना शहर में 25 अक्टुबर 1998 को हुई थी. जिसे आज पुरे 25 वर्ष होने के अवसर पर रौप्य महोत्सव के रुप में मनाया जा रहा है. आयोजन के चलते 28 अक्टुबर को सुबह 7 बजे प्रियतम मेहेर बाबा की प्रतिमा पालखी प्रभात फेरी यह केंद्र से निकल कर कार्यक्रम स्थल पर पहुंचेगी. जहां अवतार मेहेर बाबा ट्रस्ट के पूर्व अध्यक्ष श्रीधर केलकर (मेहेराबाद ) व वर्तमान ट्रस्टी महेरेनाथजी कलचुरी के हाथों दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम की शुरूआत होगी. कार्यक्रम में रामकृष्णय्या (हैदराबाद), नागेश्वराव (काकीनाडा), मेरेर प्रसाद राजू, मेहेरनोश मेहता (मुंबई), मेहेर कृपा पालवे, मुजफ्फर भट (श्रीनगर), रमेश जंगले, प्रशांत अहिर (पुणे), सुरेन्द्र सिंग (हमिरपुर,उप्र.), आय.डी.कौशिक, सुब्रमन्यम (हैदराबाद) कार्यक्रम को संबोधित करेगे. दो दिन चलने वाले कार्यक्रम में भारत देश के प्रसिध्द भजन गायक गोपाल कृष्ण मेहेर(गोपी) सहित कई भजन मंडली व्दारा भजन कार्यक्रम का आयोजन किया गया है. कार्यक्रम में आने वाले अन्य शहरों के महिला पुरुषों के लिए मनोरय मांगल्य व शहनाई मंगल कार्यालय में रहने खाने की व्यवस्था की गयी है. कार्यक्रम 4 सत्रों में तथा 29 अक्टुबर को दो सत्रों मे आयोजित किया गया है. अंतिम दिन दोपहर 3 से 7 बजे के बीच मेहेर वार्ता कार्यक्रम के बाद आभार प्रदर्शन व भोजन उपरांत कार्यक्रम की समाप्ती की जाएगी. आयोजन को सफल बनाने व आयोजन का लाभ उठाने का आवाहन पत्रपरिषद व्दारा अध्यक्ष प्रमोद रोहनेकर, सचिव राम चुटे, कोषाध्यक्ष राजेन्द्र खेडकर, विश्वजीत पारोदे,कल्पना सितोडे, सुमन कालबांडे, प्रमोद इंगोले,राजेन्द्र सोलंके ने किया है.