अमरावती

हिंदी राष्ट्रीय कवि सम्मेलन आरंभ, अखिल हिंदी साहित्य सभा व हिंदी अकादमी का आयोजन

लेखक, कवि सम्मान के अधिकारी

* अकादमी सदस्य शुक्ल का प्रतिपादन
अमरावती/दि.30– किसी भी क्षेत्र के अथवा शैली के कलमनवीस सम्मान के अधिकारी हैं. उनका यथोचित गौरव होना ही चाहिए. आखिर लेखक और कवि ही साहित्य के माध्यम से समाज व देश को दिशा बतलाते हैं. इस आशय के उद्गार हिंदी साहित्य अकादमी के मानद सभासद प्रमोद शुक्ल ने किया. वे शहर के चिंतामणी कार्यालय सभागार में हिंदी राष्ट्रीय कवि सम्मेलन के उद्घाटन सत्र में बोल रहे थे. यह आयोजन अखिल हिंदी साहित्य सभा ने महाराष्ट्र राज्य हिंदी साहित्य अकादमी मुंबई के सहयोग से किया है. उद्घाटन सत्र की अध्यक्षता समाजसेवी चंद्रकुमार उर्फ लप्पी सेठ जाजोदिया ने की. अकादमी के सचिव सचिन निंबालकर की उपस्थिति में अकादमी सदस्य जगदीश थपलियाल नागपुर, अकोला के प्रमोद शुक्ल और श्याम शर्मा,आबकारी कर विभाग के पूर्व सहायक आयुक्त बी. जे. डोंगरे मंचासीन थे.

महाराष्ट्र राज्य हिंदी अकादमी के सदस्य श्याम शर्मा ने कहा कि आयोजन बेहतर है. किंतु ऐसे आयोजन की रुपरेखा में अधिकाधिक कलमनवीसों को सहभागी किया जाना चाहिए. उसी प्रकार पत्रकार लोकतंत्र का चौथा स्तंभ है और साहित्यकारों का समाज से परिचय पत्रकार ही करवाते हैं. अत: उनका भी गौरव ऐसे आयोजन के व्यासपीठ पर होना चाहिए. शर्मा ने आयोजकों को उक्ताशय की सलाह दी. अध्यक्षीय उद्बोधन में जाजोदिया ने कहा कि साहित्य सम्मेलन के इन दिनों कमतर होते आयोजन ठीक नहीं. समाज को सदृढ औरस्वस्थ्य रखने विचार विमर्श आवश्यक है. विमर्श ऐसे आयोजनों के मंच से ही संभव है. जाजोदिया ने भविष्य में भी साहित्य सम्मेलन, गोष्ठी के लिए सहकार्य की तैयारी दर्शायी. अन्य मान्यवरों के समयोचित संबोधन हुए. उद्घाटन सत्र का
संचालन एड. सतीश उपाध्याय ने किया.

सम्मेलन में अहिसास व्दारा राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित स्पर्धा के पुरस्कार प्राप्त साहित्यकारों का सम्मान किया जा रहा है. उनमें मधुकांत अनूप बंसल, आसिया कौसर आरीफ खान, फातीमा शेख, डॉ. अनुसुया अग्रवाल, विनय सक्सेना आदि का समावेश है.
द्बितीय सत्र में राष्ट्रीय कवि सम्मेलन आरंभ हुआ. अहिसास के इंदौर शाखा के अध्यक्ष डॉ. बनवारीलाल जाजोदिया अध्यक्षता कर रहे हैं. जिसमें कर्नल केशव सिंह, मोहनकृष्ण भारद्बाज, अमरावती अध्यक्ष एड. वीरेंद्र मिश्रा, बी.जी. बाघ, हनुमान गुजर, सै. मजीब आलम, मनोज दोन्ती, नरगीस अली, अश्फाक शाज, संतोष शर्मा, डॉ. अनीता खेबुडकर, कल्पना विघे, श्रीकांत सक्सेना ने रचनाऐं प्रस्तुत की. संचालन अमरावती के अपने मनोज मद्रासी उर्फ मनोज दोंती ने किया. तीसरे सत्र में शाम 6 बजे से सांस्कृतिक कार्यक्रम मराठी नाट्य परिषद के कार्यकिारणी सदस्य एड.प्रशांत देशपांडे की अध्यक्षता में होंगे. जिसमें रमेश जाधव और संजय ठाकरे प्रमुख अतिथि होंगे. रघुवीर के संचालक चंद्रकांत पोपट स्वागताध्यक्ष होंगे. प्रकाश मेश्राम, मेघा चौधरी, संतोष सुरकर, राहुल पारोलकर आदि अपनी कला का प्रदर्शन करेंगे. आयोजन की सफलतार्थ शीला डोंगरे, वीरेंद्र मिश्रा और अन्य का महत्वपूर्ण योदान रहा. देशभर के हिंदी साहित्यकार पधारे हैं.

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