विद्यार्थियों के हितों को ध्यान में रखकर परीक्षा का नियोजन करे
शालेय शिक्षा राज्यमंत्री बच्चु कडू ने दिये निर्देश
अमरावती/दि.28– कक्षा 10 वीं व 12 वीं की परीक्षाएं सभी विद्यार्थियों के जीवन के लिहाज से निर्णायक परीक्षाएं होती है. किंतु विगत दो वर्षों से कोविड संक्रमण के चलते शिक्षा व परीक्षा की पध्दति में काफी बदलाव हो गया है. ऑनलाईन शिक्षा तथा प्रत्यक्ष कक्षा में पढाई के बीच काफी फर्क होता है तथा इंटरनेट का अभाव रहने की वजह से कई बार ग्रामीण क्षेत्र के विद्यार्थी ऑनलाईन पढाई से वंचित रह जाते है. इन सभी बातोें को लेकर सर्वांगिण विचार किया जाना बेहद जरूरी है. ऐसे में विद्यार्थियों के हितोें पर मुख्य रूप से ध्यान रखते हुए परीक्षा पध्दति का नियोजन किया जाना चाहिए. इस आशय का प्रतिपादन राज्य के शालेय शिक्षा राज्यमंत्री बच्चु कडू द्वारा किया गया.
महाराष्ट्र राज्य माध्यमिक व उच्च माध्यमिक शिक्षा मंडल (पुणे) के साथ शालेय शिक्षा राज्यमंत्री बच्चु कडू ने स्थानीय सरकारी विश्राम गृह से वीडियो कांफ्रेंसिंग प्रणाली के जरिये कक्षा 10 वीं व 12 वीं की परीक्षाओं के नियोजन को लेकर आज एक समीक्षा बैठक की. जिसमें उन्होंने उपरोक्त प्रतिपादन किया. इस ऑनलाईन बैठक में कक्षा 10 वीं व 12 वीं की होनेवाली परीक्षा, टाईम टेबल व पाठ्यक्रम आदि को लेकर विस्तृत चर्चा की गई. इस बैठक में प्राथमिक व माध्यमिक शिक्षाधिकारी, गटशिक्षाधिकारी तथा शिक्षा विभाग से संबंधित अधिकारी व पदाधिकारी ऑनलाईन तरीके से उपस्थित थे.
इस समय राज्यमंत्री बच्चु कडू ने कहा कि, ऑनलाईन शिक्षा पध्दति की वजह से बच्चों की लिखने की आदत छूट गई है. ऐसे मेंं लिखीत परीक्षा के दौरान उनके पास समय कम न पडे, इस बात के मद्देनजर उन्हेें परीक्षा में आधे घंटे का अतिरिक्त समय दिया जाना चाहिए. इसके साथ ही इन दिनों राज्य परिवहन निगम के कर्मचारियों की हडताल भी चल रही है. जिसकी वजह से ग्रामीण क्षेत्र में एसटी बसों की सेवा नियमित नहीं है. ऐसे में कोई भी विद्यार्थी यातायात सुविधा के अभाव के चलते परीक्षा से वंचित न रहे. इस बात के मद्देनजर ग्रामीण क्षेत्र के विद्यार्थियों को गांव की शाला में ही परीक्षा केंद्र दिया जाना चाहिए अथवा ऐसे विद्यार्थियों को परीक्षा केंद्र तक पहुंचाने हेतु कोई स्वतंत्र व्यवस्था की जा सकती है क्या, इसे लेकर भी विचार किया जाना चाहिए. साथ ही उन्होंने परीक्षा प्रक्रिया पूर्ण करते समय सीबीएसई बोर्ड की तरह परीक्षा लेने का नियोजन करने तथा ऑनलाईन शिक्षा के दौरान कितने प्रतिशत पाठ्यक्रम पूर्ण हुआ है, इसकी विस्तृत रिपोर्ट पेश करने का निर्देश भी जारी किया. इसके अलावा राज्यमंत्री बच्चु कडू ने यह भी कहा कि, कोविड संक्रमण को रोकने हेतु 15 से 18 वर्ष आयुगुट के विद्यार्थियों को कोविड प्रतिबंधात्मक टीके लगाये जा रहे है. जिसके लिए जिले में वैक्सीन का भरपुर स्टॉक उपलब्ध है. अत: अधिक से अधिक विद्यार्थियों का टीकाकरण करने हेतु सूक्ष्म नियोजन किया जाये और विद्यार्थियेां को पढाई के लिए पर्याप्त समय उपलब्ध कराते समय परीक्षा की तारीखें तय की जाये.