अमरावती

संत ज्ञानेश्वर नाट्यगृह में रंगारंग कार्यक्रमों का आयोजन

प्रेक्षकों की तालियों से गूंजा पूरा सभागृह

  • कई नाटकों का हुआ मंचन

अमरावती/दि.27 – कोरोना के कारण पौने दो साल से बंद नाट्यगृहों को खोलने की अनुमति राज्य सरकार द्बारा देने के बाद 22 अक्तुबर से सिनेमागृह एवं नाट्यगृह खुले हैं. जिसके चलते संत ज्ञानेश्वर नाट्य गृह में अ.भा.नाट्य परिषद की पहल पर शुक्रवार को सुंदर कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस दौरान कई नाटकों का मंचन किया गया. प्रेक्षकों ने भी शानदार प्रतिसाद दिया.
सभागृह में राहुल तायडे एवं सहयोगियों द्बारा बेहतरीन गायन प्रस्तुत कर माहौल किया गया. बाल कलाकार रिदम तायडे ने रसिकों को आकर्षित किया. कोरोना के दौरान कलाकारों को किस तरह परेशान होना पडा, इसकी जानकारी शुभारंभ नाटिका के प्रस्तुतीकरण से दी गई. इसका लेखन तथा दिग्दर्शन वैभव देशमुख ने किया था. इसमें वैष्णवी बडगे, गिरीजा पातुरकर, निलेश ददगल, अंकुश गवली, सौरभ अढाउ ने अभिनय किया. नेपथ्य एड. प्रशांत देशपांडे तथा विशेष सहयोग विशाल फाटे का था. तकनीकी कामकाज अक्षय वैद्य, ऋषिकेश भागवतकर, गजेंद्र मेटे, मिली कहाले, अभिनय आसरे ने निभाया. इसके बाद 25 युवतियों ने सुंदर सजाई पालखी से नटराज को रंगमंच पर लाकर मंत्र घोष में स्थापना पर पूजन किया. प्रेक्षकों की तालियों से पूरा सभागृह गूंज रहा था.
प्रकाश मेश्राम एवं सहयोगी कलाकार आस्था, कनिष्का, कामिनी, कल्याणी, प्रियश्री, शर्वरी, अपूर्वा, पौर्णिमा, दीप्ति फेनी ने शानदार नृत्य प्रस्तुत कर नटराज की वंदना की. पश्चात देवी का गोंधल प्रस्तुत किया. 81 वर्षीय कलाकार जनुभाऊ दातार ने एकअंकी प्रयोग से नटसम्राट प्रेक्षकों के सम्मुख प्रस्तुत किया. आशुतोष राणा लिखित काव्य नाट्य हे मेरे भारत के राम जगो का प्रस्तुतीकरण दीपक नांदगांवकर ने किया. इसमें स्वप्नील शेलके, शंतनू सोलव, वैभव भुजाडे, प्रथमेश हाते, आकाश चव्हाण, स्काय पांडे ने अभिनय किया. पश्चात ऋषिकेश कोली लिखि व हर्षद ससाणे दिग्दर्शित दस्तुरखुद्द नाटिका प्रस्तुत की गई. विराग जाखड का औरंगजेब अप्रतिम था. भरे दरबार में जब औरंगजेब छत्रपति शिवाजी महाराज की स्तुति कर रहा था, तब सभागृह तालियों से गूंज रहा था. 80 से अधिक कलाकारों ने कला का प्रदर्शन किया. प्रशांत देशपांडे की संकल्पना से साकार कार्यक्रम में महापौर चेतन गावंडे, पूर्व महापौर विला इंगोले, सभागृह नेता तुषार भारतीय, नेता प्रतिपक्ष बबलू शेखावत, डॉ. अनिल बोंडे, पंजाबराव बैंक के अध्यक्ष राजेंद्र महल्ले उपस्थित थे.
सभी उपस्थितों को बूंदी के लड्डू बांटकर खुशी मनाई गई. आयोजन में सर्वश्री नाना देशमुख, सागर रघुवंशी, समीर पंत, शेखर बारणे, सुषमा कोठीकर, कीर्ति देशमुख, एड. मधुरा, शिवराय कुलकर्णी, निलेश येवतीकर, सुरेश बारसे, मिलींद जोशी, विनोद डागा, पवन आसोपा ने भी सहयोग दिया. अमरावती नाट्य परिषद द्बारा आयोजित एकांकिका लेख स्पर्धा का नतीजा राजाभाउ मोरे ने घोषित की. परिषद के सदस्य उदय चाकोते ने समारोह की कैमरें में कैद किया. एड. चंद्रशेखर डोरले ने 5 से 15 नवंबर के बीच और अनुठे कार्यक्रम का आयोजन करने और राज्यस्तरीय एकांकिका स्पर्धा की घोषणा की.

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