अमरावती/दि.8 – संबोधी अमरावती द्वारा आयोजित प्रा. सतेश्वर मोरे वक्तृत्व करंडक 2022 स्पर्धा का आयोजन हाल ही में किया गया. इस स्पर्धा में महाराष्ट्र से अनेक विद्यार्थी उत्स्फूर्त रुप से सहभागी हुए. लोककल्याणकारी राज्य संपुष्ट में आ रहा है. बेरोजगारी निर्मूलन एवं राज्य समाजवाद, प्रसार माध्यम मूकनायक होंगे क्या? वंचितों का प्रश्न एवं धर्म संस्था का औचित्य.. ऐसे आव्हानात्मक विषयों पर विद्यार्थियों ने सक्षम रुप से अपने विचार प्रस्तुत किये.
स्पर्धा में कल्याण के बी.के. बिर्ला महाविद्यालय के यश पाटील ने प्रथम पुरस्कार हासिल किया. यश पाटील ने यदि अपने प्रसार माध्यमों को हमें मुकनायक बनाना हो तो पहले अपने पत्रकारों को आंबेडकर होना आवश्यक है. जिस समय अपने पत्रकार आंबेडकर होंगे,उसी समय अपना प्रसार माध्यम मूकनायक बनेगा, ऐसा प्रतिपादन कर सभागृह में उपस्थित गणमान्यों को मंत्रमुग्ध कर दिया. द्वितीय पुरस्कार एचपीटी आर्ट्स एंड आरवायके साइन्स कॉलेज नाशिक की श्रुती अशोक बोरस्ते ने, तृतीय पुरस्कार श्रीकांत चौधरे (गडचिरोली) ने व प्रोत्साहन पुरस्कार हडपसर पुणे के संतोष शिंदे ने हासिल किया.
संबोधी डॉ. बाबासाहब आंबेडकर स्टडी सर्कल द्वारा आयोजित इस स्पर्धा के मुख्य संयोजक प्रा. कमलाकर पायस ने प्रति वर्ष स्पर्धा लिये जाने पर विचारमंथन किया. स्पर्धा की सफलतार्थ संबोधी डॉ. बाबासाहब आंबेडकर स्टडी सर्कल के सभी सभासदों ने परिश्रम किया. कार्यक्रम के, संबोधी के व स्पर्धा के अध्यक्ष प्रा. प्रकाशचंद्र नागदिवे ने स्पर्धा शिस्तबद्ध होने निमित्त समाधान व्यक्त किया. कार्यक्रम का उदघाटन प्रा. डॉ. सुदाम भगत, स्पर्धा का परीक्षण प्रा. बबन इंगोले, प्रा. आशिष कांबले एवं बार्टी की अनिता गवई द्वारा किया गया. वहीं समापन कार्यक्रम में प्रमुख अतिथि के रुप में आयबीएन लोकमत के ज्येष्ठ पत्रकार संजय शेंडे, डॉ. सीमा मेश्राम (मोरे), डॉ. रविन्द्र मुंद्रे उपस्थित थे. कार्यक्रम का प्रास्ताविक प्रा. कमलाकर पायस ने, संचालन प्रा. विनय मोनुले ने किया.