अमरावती

नवरात्री पर रायली प्लॉट मेें विवध कार्यक्रमों का आयोजन

श्री नवदुर्गा महोत्सव समिति की 55 वर्ष की परंपरा कायम

अमरावती – /दि.14 कोरोना महामारी के 2 वर्ष लंबे अंतराल के बाद इस साल रायली प्लॉट में श्री नवदुर्गा महोत्सव समिति द्बारा नवरात्री में विविध कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा. इस बार भी भव्य काल्पनिक मंदिर का निर्माण कर उसमेें मां दुर्गा की मूर्ति स्थापित की जाएगी. जिले में नवरात्री के दौरान पहली बार दुर्गा माता की स्थापना करने का श्रेय रायली प्लॉट के श्री नवदुर्गा महोत्सव समिति को जाता हैं. साल 1967 से नवरात्र उत्सव मनाने की शुरुआत की गई थी. यह परंपरा 55 वर्ष के बाद भी कायम हैं. यह नवरात्र उत्सव का 56वां वर्ष हैं. 1967 से नवरात्र उत्सव के लिए आजने परिवार द्बारा ही मूर्ति बनाई जाती हैं. मूर्ति की उचाई 6 फीट के करीब रहती हैं. किसी भी एक काल्पनिक मंदिर का निर्माण कर उस मंदिर में मां दुर्गा की मूर्ति स्थापित की जाती हैं.
मंदिर सेटअप का निर्माणकार्य अकोला के मंगेश गीते को दिया गया हैं. पंडाल का कुल क्षेत्र 25 बाय 40 का होगा और इसकी क्षमता 70 से 80 लोगों की होगी तथा उंचाई 20 फीट के करीब होगी. 15 वर्ष से पंडाल में लाइटींग का कार्य राजा डेकोरेर्ट्स द्बारा किया जा रहा हैं. कोरोना महामारी से पूर्व कुछ वर्षों में समिति द्बारा जलाशय, सीता हरण, अमरनाथ की प्रतिकृति साकार की जा चुकी हैैं. एक साल स्वयं संचालित दहीहांडी की भी झांकी बनाई गई थी. जिसे सांगली से बुलाया गया था. वहीं एक साल प्रजापिता ब्रह्मकुमारी संस्था की ओर से नवदेवियां भेंट की गई थी. जिसका भी खूबसूरत सेटअप तैयार किया गया था. नवरात्र के अवसर पर अनेक भाविकों को उपवास रहता हैं. जिसके चलते शाम की आरती के बाद नियमित रुप से फराली खाद्य पदार्थ का भी वितरण मंडल द्बारा किया जाता हैं. रोजाना 1 से 2 क्विंटल के बीच फराल बनाया जाता हैं.
नवमी के दिन हवन और महाप्रसाद का आयोजन किया जाता हैं. लगभग 5 हजार भाविक महाप्रसाद का लाभ लेते हैं. कोरोना काल में पिछले 2 साल नवरात्रोत्सव सादगी के साथ मनाया गया था. किंतु इस साल कोरोना नियंत्रण में आने के बाद हटाई गई पाबंदियों के चलते कार्यकर्ता दुर्गोत्सव की तैयारी में कोई भी कमी नहीं छोडना चाहते. इस बार का आयोजन धमाकेदार होगा. ऐसा दावा समिति द्बारा किया गया. नवरात्र उत्सव के दौरान समिति द्बारा राजनीतिक हस्तक्षेप को बढावा नहीं दिया जाता. लेकिन पंडाल में मां दुर्गा के दर्शन हेतु आने वाले सभी लोगों का तहे दिल से स्वागत किया जाता हैं. उत्सव के लिए कार्यकारिणी का गठन किया गया हैं. जिसमें अध्यक्ष पद की जवाबदारी प्रमोद तिवारी को सौंपी गई तथा कार्याध्यक्ष पद पर गौतम चोपडा, उपाध्यक्ष पद पर विकास लिखितकर, कोषाध्यक्ष पद पर आदित्य पुरवार, सचिव पद पर दिनेश शुक्ला, सहसचिव पद पर चंदन साहू, सह कोषाध्यक्ष पद पर मोहन शर्मा की नियुक्ति की गई. वहीं सदस्यों में नंदकुमार कोंडलवार, अनिल चंदन, अभिजीत यादव, गौरव चोपडा, अजय तिवारी, सुभाष राही, रघुनाथ गायकवाड, अशोक वडूरकर, नारायणदास सोनी का समावेश किया गया.

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