अमरावती

अनाथ बच्चों को मिलता है 2,500 रुपए का अनुदान

जिले में 4 हजार 426 लाभार्थियों को आर्थिक आधार

* 1 हजार 881 लाभार्थी कर रहे लाभ मिलने की प्रतीक्षा
अमरावती/दि.16– जिन बच्चों के सिर से माता-पिता का साया हट गया है अथवा माता-पिता में से कोई एक नहीं है, ऐसे बच्चों को सरकार ने मदद का हाथ दिया है. इन बच्चों को भोजन, कपडा, निवास, शिक्षा व वैद्यकीय सेवा आदि के लिए इससे पहले प्रतिमाह 1 हजार 100 रुपए का अनुदान दिया जाता था. जिसमें वृद्धि करते हुए अब हर महिने 2 हजार 500 रुपए दिए जा रहे है.
उल्लेखनीय है कि, सरकार ने हाल ही मेें बालसंगोपन योजना के नाम में बदलाव करते हुए इसे क्रांति ज्योति सावित्रीबाई फुले बालसंगोपन के नाम से चलाना शुरु किया है. इस योजना के तहत जिले की 14 तहसीलों में 6 हजार 307 बच्चों का पंजीयन किया गया है. जिसमें से 4 हजार 426 बच्चों को इसका लाभ मिला है. वहीं अब भी 1 हजार 881 बच्चों इस योजना का लाभ मिलने की प्रतीक्षा कर रहे है. यह योजना महिला व बालविकास विभाग के मार्फत कराई जाती है.
* क्या है बालसंगोपन योजना?
– 0 से 18 वर्ष आयु गुट में अनाथ, निराधार व निराश्रित बच्चे तथा गंभीर रुप से बीमार अभिभावकों अथवा कैदियों के बच्चे इस योजना में शामिल किए गए है.
– इन बच्चों का संस्थाबाह्य पारिवारिक वातावरण में संगोपन हो और उन्हें मूलभूत सुविधाएं मिले तथा उनका सर्वांगिण विकास हो. इस उद्देश्य से राज्य सरकार द्बारा क्रांति ज्योति सावित्रीबाई फुले बालसंगोपन योजना शुरु की गई है.
* अब 1,100 की बजाय 2,500 रुपयों का लाभ
इससे पहले बालसंगोपन योजना में अनाथ, निराधार व निराश्रित बच्चों को 1,100 रुपए प्रतिमाह प्रदान किए जाते थे. इस राशि में वृद्धि करते हुए अब इसे 2,500 रुपए प्रतिमाह कर दिया गया है. साथ ही सरकार ने अब इस योजना का नाम बदलकर क्रांति ज्योति सावित्रीबाई फुले बालसंगोपन योजना किया है.
* मांग 3.61 करोड की, मिले 2.88 करोड
जिला बाल विकास विभाग ने बच्चों के लिए 2022-23 के आर्थिक वर्ष में 3 करोड 61 लाख 900 रुपए की निधि की मांग सरकार के पास की थी. इसकी एवज में 2 करोड 88 लाख 51 हजार 900 रुपए की निधि प्राप्त हुई है. जिसमें से 4 हजार 426 लाभार्थियों को लाभ दिया गया है. वहीं अब भी शेष 1,881 लाभार्थियों को लाभ देना बाकी है.
* सरकार द्बारा चलाई जाने वाली क्रांति ज्योति सावित्रीबाई फुले बालसंगोपन योजनांतर्गत तय मानकों के तहत योजना का लाभ लेने हेतु लाभार्थियों ने तहसीलस्तर पर अभय केंद्र व बालविकास अधिकारी तथा जिलास्तर पर जिला महिला व बालविकास अधिकारी अथवा बालकल्याण समिति से संपर्क साधना चाहिए.
– अजय डबले,
जिला बाल संरक्षण अधिकारी
* तहसीलनिहाय लाभार्थी संख्या
  तहसील        लाभार्थी
अमरावती         1,004
अचलपुर            706
अंजनगांव           605
वरुड                 580
मोर्शी                 402
तिवसा               281
चांदूर बाजार       787
चांदूर रेल्वे          357
धामणगांव          177
धारणी               110
चिखलदरा          94
नांदगांव खंडे.     268
भातकुली           211
दर्यापुर              634
कुल                6,307

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