अनाथ दिव्यांग गांधारी मुंबई हुई रवाना
शंकरबाबा पापलकर की बेटी मुंबई में बिखेरेगी अपनी आवाज का जादू
अमरावती/दि.15- अनाथों के नाथ शंकरबाबा पापलकर की दिव्यांग बेटी गांधारी को माय होम इंडिया नामक संस्था के पुरस्कार समारोह में स्वागत गीत गाने के लिए विशेष रुप से अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री प्रेमा खांडू ने मुंबई में आमंत्रित किया गया हैं. यह निमंत्रण मिलने के बाद अनाथ दिव्यांग गांधारी बुधवार की शाम अमरावती एक्सप्रेस से मुंबई रवाना हो गई हैं.
जानकारी के मुताबिक अरुणाचल में माय होम इंडिया नामक संस्था के एक पुरस्कार समारोह में स्वागत गीत गाने के लिए अनाथ दिव्यांग गांधारी को अरुणाचल के मुख्यमंत्री प्रेमा खांडू ने गुरुवार 15 दिसंबर 2022 को मुंबई के दादर पश्चिम स्थित स्वातंत्र्यवीर सावरकर स्मारक सभागृह में शाम 5 बजे आयोजित समारोह में शामिल होने निमंत्रण दिया हैं. इस समारोह में न्यूशी जनजाति के श्रद्धा पुनर्जागरण आंदोलन के प्रमुख कार्यकर्ता तेची गुबिन को पुरस्कार प्रदान किया जाने वाला हैं. इसी समारोह में अमरावती जिले के वझ्झर फाटा स्थित स्व. अंबादासपंत वैद्य दिव्यांग व अनाथ बालगृह की नेत्रहिन गांधारी अपनी मधुर वाणी में ऐ मेरे वतन के लोगों… गीत प्रस्तुत करेंगी. अनाथों के नाथ डॉ. शंकरबाबा पापलकर की बेटी गांधारी को भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव सुनील देवधर की पहल पर यह गीत प्रस्तुत करने के लिए आमंत्रित किया गया है. दोनों आंखों से नेत्रहिन गांधारी 25 वर्ष पूर्व महाराष्ट्र के पंढरपुर तीर्थस्थल पर चंद्रभागा नदी के तट पर पुलिस को लावारिस अवस्था में मिली थी. पुलिस ने अदालतिय निर्देश पर उसे वझ्झर के बालगृह में शंकरबाबा के सुपुर्त किया था. आजीवन पुनर्वास का स्वीकार करते हुए शंकरबाबा ने माता-पिता की भूमिका निभाते हुए गांधारी को 12वीं कक्षा तक शिक्षित किया. अंध विद्यालय में एचएससी के बाद गांधारी ने संगीत में अखिल भारतीय गांर्धव महाविद्यालय मुंबई में संगीत की सात विशारद परीक्षा प्रथम क्रमांक से उत्तीर्ण की. 17 मार्च 2017 भारती हृदयनाथ मंगेशकर और विजयाताई शेवालकर ने वझ्झर फाटा स्थित बालगृह आश्रम पहुंचकर गांधारी का गीत सुना. उसकी मधुर आवाज सुनकर भारती मंगेशकर व विजयाताई शेवालकर ने उसे सम्मानित किया था. गांधारी को मुंबई में आज होने जा रहे राष्ट्रीय पुरस्कार समारोह में आमंत्रित किया जाना केवल बालगृह आश्रम का ही नहीं बल्कि संपूर्ण अमरावती जिले का यह सम्मान हैं. दिव्यांग गांधारी अचलपुर स्थित उपजिला सरकारी अस्पताल में संगीत थैरेपी के माध्यम से मरीजों को आनंदित कर रही हैं. अब वह अपनी मधुर वाणी की आवाज मुंबई में बिखेरने वाली है. वह गुरुवार को अमरावती से अंबा एक्सप्रेस में बालगृह की वार्डन वर्षा काले और सहयोगी पंकज मुंढेकर के साथ रवाना हुई हैं. रेलवे स्टेशन पर अमरावती मंडल परिवार की तरफ से उसे पुष्पगुच्छ प्रदान कर शुभेच्छा दी गई. इस अवसर पर ईगल होटल के संचालक बिट्टूसिंह सलूजा, राहुल जाधव, दिपेश बिछारीया, धीरज चौधरी, योगेश ठाकरे मौजूद थे.
* जिलाधिकारी ने किया सत्कार
अरुणाचल के मुख्यमंत्री प्रेमा खांडू व्दारा मुंबई में माय होम इंडिया नामक संस्था के पुरस्कार समारोह में स्वागत गीत के लिए आमंत्रित किए जाने पर जिलाधिकारी पवनीत कौर ने गांधारी का शाल श्रीफल देकर सत्कार किया. इस अवसर पर बालगृह की वार्डन वर्षा काले, जयगुरु मुंदेकर उपस्थित थे.