अन्यथा मेलघाट से नागपुर शीतसत्र तक निकाला जाएगा हजारों का मोर्चा
मेलघाटवासियों ने पत्रवार्ता में दी चेतावनी, सरकार पर लगाया मेलघाट की समस्याओं की अनदेखी का आरोप
अमरावती/दि.22 – आदिवासी बहुल मेलघाट क्षेत्र में व्याप्त रहने वाली विभिन्न समस्याओं को हल करने हेतु इससे पहले क्षेत्र के आदिवासियों द्वारा राज्य सरकार को कई बार ज्ञापन सौंपे जा चुके है. साथ ही विगत 2 अक्तूबर को मेलघाट से मुंबई तक पदयात्रा निकालते हुए 14 अक्तूबर से 21 अक्तूबर तक अनशन भी किया गया. लेकिन इसके बावजूद भी राज्य सरकार द्वारा मेलघाट की समस्याओं की ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा. ऐसे में अब मेलघाट से नागपुर शीतसत्र तक हजारों आदिवासियों का भव्य मोर्चा निकाला जाएगा. इस आशय की चेतावनी मेलघाटवासियों की ओर से सचिन गोरले द्वारा दी गई.
स्थानीय वालकट कम्पाउंट स्थित मराठी पत्रकार संघ में बुलाई गई पत्रवार्ता में उपरोक्त चेतावनी देने के साथ ही सचिन गोरले ने बताया कि, मेलघाट की चिखलदरा तहसील में गणेश जयस्वाल नामक बोगस डॉक्टर विगत 20 वर्षों से प्रैक्टीस कर रहा है. जिसकी कई बार जानकारी व शिकायत देने के बावजूद उक्त डॉक्टर के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई. इसके अलावा नगर परिषद की शालाओं में शिक्षकों एवं शिक्षा में रहने वाली कमी को दूर करने के संदर्भ में भी अब तक कोई प्रयास नहीं किए गए. साथ ही चिखलदरा नगर परिषद में प्रशासक व मुख्याधिकारी के मनमाने व भ्रष्ट कामकाज के संदर्भ में की गई शिकायत की भी अनदेखी की गई. इसके अलावा चिखलदरा सहित मेलघाट क्षेत्र की कई समस्याओं को दूर करने के संदर्भ में बार-बार निवेदन दिए जाने के बावजूद भी सरकार एवं प्रशासन द्वारा इस संदर्भ में कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है. जिससे मेलघाट में समस्याएं जस की तस बनी हुई है. जिन्हें दूर करने हेतु यदि सरकार एवं प्रशासन द्वारा फौरन ही कोई कदम नहीं उठाया जाता, तो नागपुर में होने वाले शीतसत्र में पहुंचने हेतु एक बार फिर मेलघाट से मंत्रालय तक पदयात्रा निकाली जाएगी. जिसमें मेलघाट क्षेत्र के हजारों आदिवासी शामिल होंगे.
इस पत्रवार्ता में प्रवीण धुर्वे, देवा डोंगरे, प्रेम थॉमस, विलास दामले, साबिर अहमद व अहिस खान आदि उपस्थित थे.